मुख्यमंत्री ने कहा डेंगू के मामले हो रहे हैं कम।


हालांकि डेंगू की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू रोकथाम के तमाम इंतजाम किए जाने का दावा किया है,प्रदेश के मुखिया डेंगू जैसी भयावह बीमारी को लेकर भले ही गंभीर नजर आ रहे हों,लेकिन दिनों दिन डेंगू के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अनुसार प्रदेश में अब पहले के मुकाबले डेंगू के मरीजों में कमी आयी है,उनका कहना है कि एक समय ऐसा था जब प्रदेश से प्रतिदिन 30 डेंगू के मरीज सामने आ रहे थे,लेकिन अब यह संख्या घटकर,10-15 मरीज प्रतिदिन हो गई है।साथ ही उन्होंने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए जो तमाम व्यवस्थाएं होनी चाहिए,वो सरकारी अस्पतालों में मौजूद हैं,साथ ही मरीजों को जो भी जरूरत है उसमें ब्लड, दवाइयां फिर डॉक्टर्स सब सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध हैं।मुख्यमंत्री सरकारी अस्पतालों में तमाम सुविधाएं होने का दम तो भर रहे हैं,लेकिन अस्पतालों में हालात बेहद गंभीर हैं।अब अस्पताल स्टाफ भी डेंगू की जद में आ गये हैं।दून अस्पताल के नए ओपीड़ी के कई कर्मचारी डेंगू से पीड़ित हैं।