मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हुए भावुक

उत्तराखंड विधानसभा का इस वर्ष का दूसरा सत्र आज से शुरू हो गया। पहले दिन सदन में दिवंगत कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि दी गई। सत्र शुरू होते ही नियम 315 के तहत प्रस्ताव रखा गया और प्रश्नकाल स्थगित कर मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धांजली दी गई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बोलते- बोलते भावुक भी हुए। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रकाश पंत की कमी उनको ही नहीं पूरे सदन को महसूस हो रही है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश ने अपने उद्भोदन में कहा कि प्रकाश पंत यूपी के समय से ही उन के साथी थे और उनके जैसी छवि उन्हें किसी में नजर नहीं आती है। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक सहित सभी मंत्री, विधायकों ने प्रकाश पंत्र के साथ बिताये पलों को याद किया और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी। निर्दलीय विधायक राम सिंह कैडा ने शोक प्रस्ताव पढ़ते हुए दिवंगत कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत के साथ बिताये पलों को याद किया। राम सिंह कैड़ा ने सदन में प्रस्ताव रखा कि हल्द्वानी काॅलेज कैम्पस और निर्माणाधीन औखलकांडा पम्पिंग योजना का नाम स्वर्गीय प्रकाश पंत के नाम पर रखने की मांग की। वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रकाश पंतज को श्रधांजलि देते हुए कहा कि विधानसभा के एक भवन को स्वर्गीय प्रकाश पंत के नाम से जाना जायेगा।