फास्ट फूड औऱ उसके परिणाम

                   बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए पोषक आहार की बहुत जरूरी होता है । इसको दरकिनार कर आज फास्ट फूड का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है । बच्चों के साथ ही उनके अभिभावक भी फास्ट फूड को स्टेटस सिंबल के तौर पर लेने लगे हैं । इस तरह खाना रोज लेना आपके बच्चे के शारीरिक विकास और मानसिक विकास को भी प्रभावित कर सकता है लगातार फास्ट फूड खाने से बच्चे के आईक्यू लेवल कम हो सकता है और स्कूल में उसे अपना सबक याद रहने में परेशानी हो सकती है ।


                 बच्चों के शारीरिक व बौद्धिक विकास के लिए पोषक आहार का बच्चों के जीवन पर गहरा असर पड़ता है । यदि आपका बच्चा भी फास्ट फूड पसंद करता है तो होशियार हो जाए ।  प्रतिदिन फास्ट फूड खाने से आपके बच्चे के विकास को चौपट हो सकता है। यह सच है कि बच्चों को फास्ट फूड बहुत पसंद है और वे इसके लिए जिद करते हैं । अक्सर माता पिता फास्ट फूड के नुकसान जानते हुए भी बच्चों की इस जिद के आगे झुक ही जाते हैं  । दूसरी ओर एक सच यह भी है कि हम सब इस बात से भी भलीभांति परिचित हैं की फास्ट फूट या जिंक फूड मोटापे का सबसे बड़ा कारण है 


                  डॉक्टरों की मानें तो इस प्रकार के खाने से मानसिक विकास काफी प्रभावित होता है यहां तक कि वह मानसिक विकलांगता तक भी पहुंच सकते हैं इसके अत्यधिक सेवन से बच्चे के आइक्यू का स्तर भी काफी गिर जाता है इसके विपरीत जो बच्चे घर में पक्का पोषक भोजन ग्रहण करते हैं उनका आइक्यू लेवल फास्ट फूड लेने वाले बच्चों से कहीं बेहतर होता है ।डॉक्टर कहते है कि फास्ट फूड की अपेक्षा घर पर बनाया गया पौष्टिक आहार बहुत कम बजट में तैयार हो जाता है ।और वो के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है इस लिए शुरू से ही बच्चों को इस लत से बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए 


                     यह सच है कि फास्ट फूड बच्चों को बहुत पसंद है लेकिन याद रखे की बच्चों को इसे कभी भी कभार ही खाने देना चाहिए  , आदत न डालें । घर का बना पौष्टिक खाना ही खिलाएं  । इससे बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास में मदद मिलती है । इसके अलावा बच्चे का आईक्यू लेवल बढ़ाने के लिए भी उसे शतरंज या पहेली हल करने वाले खेल खिलाए  । जिससे दिमाग का विकास करने वाले रासायनिक सक्रिय होते हैं ।