प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आज से इलाज कराना महंगा

प्रदेश की गरीब जनता को राज्य के सरकारी अस्पतालों में सस्ता इलाज नहीं मिल सकेगा। सरकार ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में इलाज की दर बढ़ाने के आदेश दिए हैं,जिससे सरकारी अस्पतालों में आज से इलाज महंगा हो गया है।इस फैसले के बाद सभी मरीजों को ओपीडी पर्चा और भर्ती होने के लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे।ओपीडी शुल्क में तीन गुना वृद्धि तो वहीं भर्ती शुल्क को आठ गुना बढ़ा दिया गया है।हालांकि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इलाज फिलहाल पुरानी दरों पर ही होगा,सरकारी अस्पतालों में ओपीडी पर्चे का शुल्क अभी तक ₹23 था जो आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए ₹30 हो जाएगा जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है उन्हें ओपीडी पर्चे के लिए ₹60 चुकाने होंगे। आयुष्मान कार्ड ना होने पर भर्ती होने वाले मरीज को ₹240 देने होंगे जबकि अभी तक भर्ती शुल्क ₹30 था हालांकि अटल आयुष्मान कार्ड धारकों को भर्ती होने के बाद मुफ्त इलाज मिलेगा।जिन मरीजों के पास अटल आयुष्मान कार्ड नहीं होंगे उन्हें इलाज के लिए पहले से ज्यादा पैसे चुकाने होंगे सरकार के इस आदेश के बाद प्राइवेट और पेइंग वार्ड में भर्ती होने वाले मरीजों को मुफ्त भोजन की व्यवस्था भी खत्म हो गई है,मरीजों को 5 किलोमीटर तक एंबुलेंस मुफ्त मिलेगी अस्पतालों को यूजर चार्ज के रूप में बजट का आधा हिस्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय में जमा करना होगा जो कम राजस्व वाले अस्पतालों के काम आ सकेगा।इस फैसले के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए 471 रूपये की जगह अब 700 रूपये चुकाने होंगे, मेडिकोलीगल के लिए 237 रूपये की जगह 250 रूपये चुकाने होंगे, साथ ही अब आयुष्मान कार्ड की डिमांड बढ़ जाएगी जिनके पास यह कार्ड नहीं होगा उनके लिए इलाज महंगा हो जायेगा, साथ ही प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों पर मरीजों का और अधिक दबाव बढ़ेगा।