पौड़ी को पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाने की कवायद शुरु

आलोक रावत पौड़ी
पौड़ी जनपद के खिर्सू ब्लॉक को पर्यटन सर्किट से जोड़े जाने के बाद यहाँ होम स्टे प्रोजेक्ट की शुरुवात हो गई है,इस प्रोजेक्ट में आ रही तेज़ी से स्थानीय लोगों के चेहरे खिल उठे हैं।इस प्रोजेक्ट की शुरुवात से ही जहाँ स्थानीय लोगों के दिन बदलने लगे हैं,तो वहीँ खिर्सू की वादियों को निहारने की चाह रखने वाले पर्यटकों को भी होम स्टे योजना का इस पर्यटन स्थल पर पूरे होने का बेसब्री से इन्तजार है, जिसके जरिये पौड़ी की खूबसूरत वादियों के बीच पर्यटक ठहर सकेंगे और शांत वादियों के बीच पहाड़ की संस्कृति रहन-सहन, खान-पान, वेश-भूषा के साथ और करीब से दिखने वाले हिमालय को निहारकर अपने दिन यादगार बना सकेंगे।खिर्सू ब्लॉक में गांव के बीचों बीच इन दिनों होम स्टे के तहत एक गेस्ट हाउस का निर्माण सरकार द्वारा करवाया जा रहा है।पहाड़ी स्टोन के साथ ही मुख्य द्वार पर कई क्लाकृतियां पर्यटको को आकर्षित करने के लिए की गई हैं,इस प्रोजेक्ट को बड़ी तेज़ी के साथ पूरा किया जा रहा है ईंटो के बजाय पहाड़ी पत्थरों से बन रहा गेस्ट हाउस पहाड़ में रहने का अहसास पर्यटकों को अच्छे से दिलाएगा बताया जा रहा है की आगामी एक से दो माह के भीतर ये रेस्ट हॉउस तैयार हो जायेगा वहीँं पर्यटन सर्किट से खिर्सू को जोड़े जाने के बाद पर्यटक की आवाजाही भी खिर्सू क्षेत्र में दिनों दिन बढ़ रही है।विंटर सीजन समेत 12 माह यूं तो खिर्सू में चकाचौंद रहती और यहाँ का खिर्सू पार्क भी पर्यटकों से हमेशा गुलजार रहता है।लेकिन यहाँ विन्टर सीजन में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा पहाड़ की बर्फबारी को देखने और इसका आनंद लेने रहता है इसलिए पर्यटकों की सुविधा का ख्याल रखते हुए यहाँ होम स्टे का कार्य बड़ी तेज़ी से किया जा रहा है।होम स्टे की योजना के तहत खिर्सू की स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार से भी जोड़ा जा रहा है।जिससे महिलाओं के चेहरे पर ख़ुशी है,यहाँ पारम्परिक पहाड़ी भोजन के साथ ही विदेशी फास्ट फ़ूड व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने की ट्रेनिंग भी ट्रेनरों से महिलाओं को मिल रही है।जिससे पर्यटकों की खातेदारी में कोई कमी न रहे और पर्यटकों को मनचाहा खाना यहां मिल सके, होम स्टे प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ट्रेनिंग लेने के बाद महिलायें पर्यटकों को भोजन परोस कर अच्छी आमदनी कमा सकेंगी साथ ही होम स्टे योजना के तहत गांव के 21 परिवार अब तक अपने घरों के कुछ कमरों को होम स्टे के लिए दे चुके हैं।जिनका अच्छे से रँगरोहण कर इन दिए गए कमरों को होम स्टे योजना के तहत तैयार किया जा सके,जिससे होम स्टे को स्वरोजगार का जरिया भी बनाया जा सके।उम्मीद है की पर्यटन सर्किट से जुड़े खिर्सू के दिन अब जल्द बदल जायेंगे और होम स्टे  प्रोजेक्ट पर्यटन गतिविधि को बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा।