पूर्व सरकार में हुए 300 शिक्षकों के तबादले रद्द

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंतिम दौर में नये फार्मूले के तहत ट्रांसफर हुए 300 शिक्षकों को उनके मूल स्कूल भेजने के आदेश दे दिए गए हैं। इनमें से कुछ शिक्षक वास्तव में तबादले के पात्र थे, जबकि कई ने अपनी पहुंच का इस्तेमाल करते हुए सुगम में तैनाती पा ली थी।उक्त अवधि में गंभीर बीमारी,दांपत्य नीति के तहत ट्रांस्फर बाकी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच को कमेटी बनाई जा रही है।यदि प्रमाण पत्रों में कोई गड़बड़ी मिली तो उन शिक्षकों को वापस तो लौटाया ही जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।शिक्षा मंत्री ने शिक्षा सचिव को कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा है कि हाईकोर्ट भी उनके मूल स्कूल भेजने के निर्देश दे चुका है,सिर्फ गंभीर बीमार शिक्षकों को राहत दी जाए। प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है,ऐसे में लंबे समय तक उनके मूल स्कूल से शिक्षकों को दूर रखना उचित नहीं है।प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही इन शिक्षकों को वापस करने के आदेश दे दिए गए थे,लेकिन मामला हाईकोर्ट में चले जाने पर आदेश पर अमल  नहीं हो पाया था।हाईकोर्ट में मामला निरस्त हो जाने के बाद शिक्षक सरकार से रियायत की गुजारिश कर रहे थे।