परिवहन विभाग पर फिर उठे सवाल

सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने एक बार फिर परिवहन विभाग पर निशाना साधते हुए गढ़वाल कमिश्नर रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑर्थोरिटी को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि मेरे द्वारा पूर्व में भी शिकायती पत्र दिया गया था, परिवहन अधिकारी द्वारा नियम विरुद्ध अपनी उत्तराखंड मोटरयान नियमावली से इतर होकर ठेका गाड़ी विक्रम नीले रंग में परिवर्तित कर दिया गया था, अब एक और मामला परिवहन निगम का सामने आया है कि कुछ ठेका गाड़ी विक्रम को 6 सवारी के साथ एक ड्राइवर से सात सवारी एक ड्राइवर में परिवर्तित करके मैक्सी कैब कर दिया गया है, जबकि राज्य परिवहन प्राधिकरण से अधिकृत किराया सूची में मोटर कैप जो 6 सवारी एक ड्राइवर तक अधिकृत है ,उसका किराया प्रत्येक भाग का ₹9 किया गया है और मैक्सी कैब का ₹20 प्रत्येक भाग का किया गया है, लेकिन वहीं तीन पहिए वाहन 6 सवारी के साथ एक ड्राइवर मैक्सी कैब का किराया प्रत्येक भाग का ₹9 ही ले रहे हैं ,उनका या तो मैक्सी कैब जैसा ₹20 प्रत्येक भाग का हो या इसके लिए नियम बनाकर अलग से मैक्सी कैब की केटेगरी बनाकर तय करना चाहिए था जो नहीं किया गया है। क्या परिवहन के अधिकारी यहां पर बिना अधिकार के इतने सशक्त है कि नियम कायदे को भी ठेंगा दिखाकर अपनी मनमर्जी पर उतारू है? और क्या इनके ऊपर सरकार का कोई भी नियंत्रण नहीं है ?वही विजय वर्धन डंडरियाल ने साफ तौर पर कहा है कि यदि जल्दी इस मामले को सही नहीं किया गया तो वह कोर्ट जाने के लिए तैयार है