परिवर्तन अधिकारी की कमी का रोना रो रहा परिवहन विभाग

सिटी बस यूनियन की चेतावनी से घबराया परिवहन विभाग
सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष को पत्र लिख रोया विभाग में कर्मचारियों की कमी का रोना
आपको बता दे कि पिछले दिनों सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजय वर्धन डंडरियाल ने विक्रम ऑटो द्वारा शहर की सड़कों पर कहीं भी फुटकर सवारी उठा ले जाने को लेकर आवाज उठाई थी कि विक्रम संचालको को प्रशासन के आदेश है कि यह केवल स्टॉप से से ही सवारियां उठा सकते हैं लेकिन विक्रम चालक जहा तहां विक्रम रोक कर सवारी उठा लेते है इस मामले को लेकर सिटी बस यूनियन अध्यक्ष ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी जिसका संज्ञान लेते हुए आज
परिवहन विभाग ने डंडरियाल को पत्र लिख कर विभाग में कर्मचारियों की कमी का रोना रोते हुए कहा कि इस शिकायत को लेकर शासन को लिख दिया गया है और दो परिवहन दल की मांग की गई है जिस पर विजय वर्धन ने कहा कि जुलाई में जो समझौता हुआ था। यदि इनके पास वर्तमान तक अगर दो प्रवर्तनअधिकारी नहीं है। तो एक प्रवर्तन अधिकारी तो मौजूद है लेकिन परिवहन विभाग द्वारा हड़ताल के समझौते के बाद 23 जुलाई 2017 से वर्तमान तिथि तक विक्रमो के सैकड़ों चालान इनके द्वारा काटे गए है कई कई विक्रमो के दो-दो तीन-तीन बार भी चालान काटे गए लेकिन यदि पहले चालान में ही टेंपो विक्रम मोटर मालिकों से शपथपत्र
लिया जाता जो समझौते के अनुरूप शर्त है तो फिर दूसरी बार में यह परमिट की शर्तों का उल्लंघन नहीं करते लेकिन परिवहन विभाग द्वारा अपने समझौते के अनुरूप कोई कार्यवाही नहीं गई और समझौते में जो प्रथम शर्त है उसी शर्त को ढाल बनाकर टेंपो विक्रमो को संरक्षण दिया गया यानी की उनके ऊपर मेहरबानी की गई फिलहाल जब तक विभाग के पास नए अधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो जाती तब तक जिन टेंपो विक्रमो के परिवहन विभाग द्वारा फुटकर सवारी चढ़ाने व उतारने में चालान काटे गये हैं उनसे चालान का भुगतान करते समय कार्यालय में ही शपथ पत्र क्यों नहीं लिया गया परिवहन विभाग कम से कम समझौते की शर्तों के अनुरूप तो स्वयं भी पालन करें और टेंपो विक्रम मोटर मालिकों से भी समझौते का पालन इस समझौते के तहत अपने स्तर से कराएं लेकिन विभाग द्वारा टेंपो विक्रमो के चालान तो काटे गए लेकिन उनसे समझौते के अनुरूप शपथ पत्र नहीं लिया गया यह तो विभाग की जवाबदेही भी बनती है कि परिवहन अधिकारी स्वयं बताएं कि अभी तक कितने विक्रमो के चालान काटे गए हैं और कितने विक्रम मोटर मालिकों से शपथ पत्र भरवाया गया और कितने टैंपू विक्रमो को विभाग द्वारा अपनी आशा रोड़ी चेकपोस्ट पर खड़ा किया गया कृपया करके संख्या बता दी जाए