नैनीताल में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की उड़ाई जा रही हैं धज्जियां, लोगो का ढीठपना या प्रशासन की लापरवाही?

नैनीताल में सुप्रीमकोर्ट के उस निर्देश की खुल्लमखुल्ला धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिसमे कोर्ट द्वारा बाजार के मुख्य द्वार पर पार्किंग करना निषिद्ध कर दिया गया था।इन निर्देशों का पालन करने के लिए प्रशासन द्वारा  बोर्ड भी लगवाया है ताकि नैनीताल तल्लीताल बाजार के मुख्य द्वार पर अपनी गाड़ियों को पार्किंग ना करे,इस बोर्ड में साफ तौर पर लिखा हुआ है कि "माननीय सुप्रीम कोर्ट के केस संख्या 463/1993 के निर्देशानुसार बाजार में वाहनों का प्रवेश व गेट के पास वाहन पार्क करना सख्त मना है।चालान किया जाएगा"।इतने बड़े बोर्ड को भी अनदेखा कर लोग बाजार के मुख्य द्वार पर अपने निजी वाहनों को खड़ा करने से बाज नही आ रहे हैं ,गौरतलब है कि तल्लीताल बाजार के मुख्य द्वार के बिल्कुल पास ही पोस्ट ऑफिस और पुलिस चौकी भी स्थित है बावजूद इसके बेखौफ होकर लोग तल्लीताल बाजार के गेट से सटा कर ही अपने वाहनों को पार्क कर रहे हैं।


वहीं नैनीताल के मल्लीताल बाजारों के मुख्य गेटों का भी यही हाल है ,सुबह से ही निजी वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो जाती हैं जिससे आने जाने वाले लोगो को भी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है,मल्लीताल के मोहन को चौराहे,बड़ा बाजार में रामलीला मैदान के पास का चौराहा ढेरो वाहनों से 24 घण्टे पटा रहता है,कोर्ट के सख्त निर्देशों के बावजूद भी ये सभी जगह लोगों ने प्राइवेट पार्किंग समझ रखी है,

 ये लोगो का ढीठपना है या पुलिस और प्रशासन की लापरवाही ?