नैनीताल में एकजुट होकर लोगो ने जलाए,दीये,मोमबत्ती,टॉर्च और मोबाइल की फ़्लैश

कोरोना की महामारी को हराना है तो एक दिया उम्मीद का भी जलाना है,इसी सोच और आशा के साथ 5 अप्रैल को रात के 9 बजकर 9 मिनट पर नैनीताल में लोगों ने अपने घरों की लाइट्स बन्द कर दिए,मोमबत्तियां,मोबाइल की फ़्लैश और टॉर्च की लाइट्स जलाकर पीएम मोदी के आह्वान को पूरा किया।आज दिया बाती, मोमबत्ती और टॉर्च की रौशनी से पूरा नैनीताल जगमगा उठा। ये भी इतिहास हमेशा याद रखेगा,कि जब पूरा संसार डगमगा रहा था,तब हिंदुस्तान जगमगा रहा था।
ये दृश्य वाकई ग़ज़ब का था जब नैनीताल की जनता ने सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करते हुए कोरोना को हमेशा हमेशा के लिए खत्म करने की उम्मीद में दिए जलाए।पीएम मोदी की अपील आज नैनीताल में कामयाब होती दिखाई दी।
सभी धर्म के लोग रौशनी जलाते हुए।
इन तस्वीरों में कहीं भी आपको धर्म का भेदभाव नही दिखेगा,यही तो खास बात है सरोवर नगरी की जहां इंसान सिर्फ इंसान ही दिखाई देता है धर्म मे बंटा हुआ नही।
ये नासिर खान हैं जो नैनीताल के सात नम्बर इलाके में रहते हैं,पेशे से ये एक कारपेंटर हैं,इन्होंने ना सिर्फ पीएम मोदी की अपील पर दीये जलाए बल्कि अपने पड़ोस में सैकड़ो दीये बांटे भी।नासिर खान ने कोरोना महामारी को जड़ से खत्म करने और मुसीबत की इस घड़ी में सबकी रक्षा ऊपर वाला कर रहा है इस उम्मीद में दीये जलाए हैं
सोशल डिस्टेनसिंग का पालन कर बच्चों ने भी जलाई मोमबत्तियां।
आज एक ही वक्त पर एक साथ दिए ,मोमबत्ती, इत्यादि जलाने का मकसद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना,कोई भी खुद को अकेला ना समझे,और इस वैश्विक महामारी को खत्म करने की उम्मीद था।
कोरोना की आपदा को दूर करने के लिए प्रकाश का तेज चारो ओर फैलाने के पीछे बड़ी वजह एक और भी है,ऐसा माना जाता है कि इस अग्नि तत्व से या जो अग्नि हम जलाते हैं उससे नकारात्मकता पूरी तरह से खत्म हो जाती है, और अग्नि तत्व से पैदा होने वाली ऊर्जा उस जगह को सकारात्मकता की उर्जा से यानि पॉजिटिव एनर्जी से भर देती है। हमारे देश में कई सालों या यूँ कहें कि कई शताब्दियों से कई युगों से हवन किया जाता है। यह हवन इसलिए किया जाता है ताकि हवन के माध्यम से जो ऊर्जा पैदा होती है उससे पूरा वातावरण स्वस्थ हो और उस ऊर्जा के माध्यम से जो पॉजिटिव वाइब्रेशंस यानी सकारात्मक तरंगें पैदा होती हैं वह उस हिस्से को पूरी तरह से पॉजिटिव या सकारात्मक बना देती है।