नैनीताल ज़िले के अस्पतालों की ज़मीनी हकीकत आयी सामने।

सरोवर नगरी नैनीताल सहित जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ता हालत को सुधारने के मद्देनजर जिलाधिकारी सवीन बंसल ने आज सुबह पूरे जिले भर के अस्पतालों में छापेमारी करवाई। छापेमारी में अस्पतालों की ज़मीनी हकीकत सामने आई, चिकित्सक बिना अवकाश स्वीकृत कराये नदारद मिले, और मरीज भगवान भरोसे ही बैठे रहे। जिलाधिकारी ने इस तरह की लापरवाही पर सख्ती बरतते हुये जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ.भारती राणा से स्पष्टी करण मांगा ,साथ ही जितने भी कर्मचारी बिना अवकाश स्वीकृत कराये नदारत थे ,उनके खिलाफ कार्यवाही के आदेश भी दिये हैं। हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में तकरीबन 11 कर्मचारी और 15 स्थाई कर्मचारी एमओआईसी सहित अनुपस्थित मिले। रामनगर के संयुक्त अस्पताल में भी 14 स्वास्थ्य कर्मचारी नदारद थे। वहीं नैनीताल के बी.डी पांडे मुख्य चिकित्सालय में भी दो संविदा चिकित्सक मौजूद नहीं थे। जिले भर में स्वास्थ्य सेवायें बदहाल स्थिति में है। नैनीताल के आस पास के इलाकों की बात करे तों तकरीबन 1,50,000 लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिये बी.डी पांडे का मुंह ताकते हैं,पर यहां ना तो स्वास्थ्य सेवायें दुरूस्थ हैं ,ना ही स्वास्थ्य उपकरणों की कोई अच्छी सुविधा। जिले में जिन जगह अस्पताल अच्छी हालत में हैं तो वहां कर्मचारियों और खुद चिकित्सकों की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है।