नैनीताल के रोहित और कल्याणी का राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की कार्यशाला में हुआ प्रारंभिक चयन।

भारत की सबसे बड़ी नाट्य संस्था 'राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय' तक पहुंचना ही अपने आप में बहुत बड़ी बात है।इस संस्था से शिक्षित कई प्रतिभावान कलाकार अभिनय के क्षेत्र में अपना लोहा मनवा चुके हैं। एनएसडी में प्रवेश लेना हर कलाकार का एक सपना होता है।एनएसडी में उत्तराखंड के दो प्रतिभावान कलाकारों के साथ साथ देश भर से तकरीबन 150 प्रतिभाओं का प्रारंभिक चयन हुआ है।
उत्तराखंड से जिन दो कलाकारों का चयन हुआ है, वो दोनो ही नैनीताल के मूल निवासी हैं।रोहित वर्मा और कल्याणी नैनीताल में ही पले बड़े हैं। नैनीताल से दिल्ली एनएसडी तक का सफर दोनो के लिये मील का पत्थर साबित हो सकता है।रोहित वर्मा फिल्म मेकिंग में डिप्लोमा कर चुके हैं, और बचपन से अभिनय के शौकीन रहे हैं। 2004 में रोहित ने थियेटर करना शुरू कर दिया था।इसके अलावा रोहित नैनीताल के मंच, युगमंच, प्रयोगांक जैसी संस्थाओं से जुड़े हैं।रोहित युवा कलाकारों में नैनीताल का एक जाना पहचाना नाम है,शेक्सपियर के कई नाटक रोहित कर चुके है।अंधा युग में अश्वथामा के किरदार को जीवंत रूप से निभा कर रोहित दर्शको पर अपनी एक अमीट छाप छोड़ चुके हैं।हैलमेट ,एज यू लाईक ईट, ईडीपियस ,मंटो जैसे नाटकों में अलग अलग किरदारो में रोहित नजर आ चुके हैं।रोहित अभिनय के अलावा निर्देशन के क्षेत्र में भी खासी रूची रखते हैं।जल्द ही उनके निर्देशन में बनी "बोल दो" नाम की एलबम आ रही है।वहीं कल्याणी ने भी नैनीताल से ही अपनी शिक्षा प्राप्त की है।कल्याणी पहले निफ्ट भी कर चुकी हैं।कल्याणी के पिता अल्मोड़ा निवासी हैं और बाॅलीवुड में कई फिल्मों में संगीत दे चुके हैं।
कल्याणी के परिवार में भी कला की कोई कमी नही है।पिता संगीत प्रेमी तो कल्याणी अभिनय की।एसएसडी में 5 जूलाई तक आयोजित कार्यशाला में पूरे देश से 150 चयनित कलाकार प्रतिभाग करेंगे जिसके बाद इन कलाकारों में से सिर्फ 26 प्रतिभावान ही एनएसडी में अंतिम रूप से चयनित होंगे।