निर्वाचन आयोग की अनूठी पहल, प्रदेश में पहली बार बनेगा महिला बूथ

नैनीताल लोकसभा सीट से तपस कुमार विश्वास की विशेष रिपोर्ट
रुद्रपुर : उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर मतदान होने में कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में जहां पार्टियां व प्रत्याशी पूरे दमखम से अपने चुनाव प्रचार में जुटे हैं तो वहीं निर्वाचन विभाग मतदान में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए अनूठी पहल शुरू की है. जहां प्रदेश में पहली बार सभी विधानसभा क्षेत्रों में से एक-एक बूथ की कमान महिला कर्मचारियों को सौंपने की तैयारी में है. हालांकि निर्वाचन आयोग के इस पहल का मकसद है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा महिलाएं मतदान के लिए आगे बढ़ सकें.
नैनीताल-उधमसिंह नगर लोकसभा सीट में नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले की 14 विधानसभाएं आती हैं. इस समय इस सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा है. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनावों में यहां भगत सिंह कोश्यारी ने कांग्रेस के केसी बाबा को बड़े अंतर से हरा कर इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
आईये अब बात करते हैं नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोकसभा सीट के इतिहास की. नैनीताल-ऊधमसिंह नगर संसदीय क्षेत्र को 2002 में गठित परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में गठित किया गया था. जिसके बाद 2009 में पहली बार इस क्षेत्र में लोकसभा चुनाव हुए. जिसमें कांग्रेस के केसी बाबा ने जीत दर्ज की.नैनीताल-ऊधमसिंह नगर लोक सभा के सांसद
साल दल सांसद
2009 कांग्रेस के सी बाबा
2014 बीजेपी भगत सिंह कोश्यारी
पहले की करे तो इस सीट पर सबसे पहले 1952 में चुनाव हुए थे. तब कांग्रेस के सीडी पांडे यहां के पहले सांसद बने थे. आईये आपको बताते हैं आजादी के बाद से लेकर 2002 तक कब कौन नैनीताल सीट से सांसद रहा.कौन कब रहा नैनीताल लोकसभा का सांसद
साल दल सांसद
1957 कांग्रेस चंद्र दत्त पांडे
1962 कांग्रेस कृष्णा चंद्र पांडे
1967 कांग्रेस कृष्णा चंद्र पांडे
1971 कांग्रेस कृष्णा चंद्र पांडे
1977 जनता पार्टी भारत भूषण
1980 कांग्रेस(आई) नारायण दत्त तिवारी
1984 कांग्रेस(आई) सतेंद्र चंद्र घूरिया
1989 जनता दल महेंद्र पाल सिंह
1991 बीजेपी बलराज पासी
1996 AIIC(T) नारायण दत्त तिवारी
1998 बीजेपी इला पंत
1999 कांग्रेस नारायण दत्त तिवारी
2002 कांग्रेस महेंद्र पाल सिंह
इस समय नैनीताल-उधमसिंह नगर संसदीय सीट से कुल 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. जिनमें बीजेपी की ओर से अजय भट्ट तो कांग्रेस की ओर से पूर्व सीएम हरीश रावत ने चुनावी मैदान में मोर्चा संभाला है. वहीं भाकपा माले के कैलाश पांडे ने भी चुनावी समर में ताल ठोक दी है.बड़े चेहरे
उम्मीदवार पार्टी
अजय भट्ट बीजेपी
हरीश रावत कांग्रेस
कैलाश पांडे भाकपा माले
बात अगर नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर 2014 में हुए चुनावों की करें तो इस साल यहां कुल 16 लाख 10 हजार 810 मतदाता थे.जिनमें 8 लाख 57 हजार 781 पुरुष मतदाता थे जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 53 हजार 29 थी. 2014 में यहां मतदान का प्रतिशत 68.38 रहा.सामाजिक ताने बाने के लिहाज से देखा जाए तो यहां की 63.11 फीसदी आबादी ग्रामीण इलाकों में निवास करती है जबकि 36.89 फीसदी जनसख्या शहरों में रहती है. यहां पर अनुसूचित जाति के लोगों का हिस्सा 16.08 प्रतिशत है, जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 5.17 फीसदी है.सामाजिक ताना बाना
ग्रामीण आबादी-63.11शहरी आबादी- 36.89
जातीय समीकरण
अनुसूचित जाति -16.08
अनुसूचित जनजाति - 5.17सामान्य जाति-78.75
वहीं बात अगर 2019 के लोकसभा चुनावों की बात करे तो इस समय यहां मतदाताओं की कुल संख्या 17 लाख 88 हजार 737 है. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 47 हजार 110 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख41 हजार 601 है. जबकि इसमें 26 ट्रांस जेंडर मतदाता शामिल हैं.जातीय समीकरण
राजपूत 22
ब्रहामण 17मुस्लिम 19एससी 16एसटी 07सिख 07
इन तमाम समीकरणों को देखते हुए जहां कांग्रेस ने नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर हरीश रावत के रुप में ठाकुर प्रत्य़ाशी पर दांव लगाया है तो वहीं बीजेपी ने अजय भट्ट पर दांव खेला है. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार भी इन राजनीति के दिग्गजों से दो-चार करने के लिए दमखम से मैदान में हैं. ऐसे में अब ये देखने वाला बात होगी कि आने वाले चुनावों में हरीश रावत की राह आसान होती है या फिर भट्ट मैदान मारने में सफल होते हैं.