छात्र संघ चुनाव में वोटर सिर्फ कर्मठ और योग्य को ही देंगे वोट

राजनीति की कक्षा का सबसे पहला चुनाव छात्र संघ चुनाव को माना जाता है,इन चुनावों से ही प्रत्याशी अपनी ज़िंदगी के पहले चुनाव को लड़ अपने भविष्य की दिशा तय करता है,छात्र संघ चुनावों में सबसे ज़्यादा कुमाऊं के डीएसबी कॉलेज में इन दिनों चुनावी माहौल अपने पूरे ज़ोरों पर है,चुनाव को लेकर छात्र और छात्राओं दोनों ने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं,वहीं कॉलेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी इस बार चुनाव को लेकर पहले से ज़्यादा सतर्कता बरती है,किसी प्रकार की भी कोई अराजकता न होने पाए इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखा जा रहा है,चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करने वाले सभी प्रत्याशी अपने अपने जुलूस के साथ नैनीताल वोट मांगने निकले,अपनी मजबूत दावेदारी के लिए सभी प्रत्याशियों ने अपने अपने मुद्दों से वोटरों को रिझाने की कोशिशें की।एबीवीपी के उम्मीदवार विशाल वर्मा जिन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं,वो सभी छात्रों के हित के लिए है,जैसे परीक्षा परिणाम समय पर आये,विश्वविद्यालय में उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच में होने वाली लापरवाही पर अंकुश लगाना,कुमाऊँ विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की कोशिश,और कॉलेज की लाइब्रेरी को ई- लाइब्रेरी बनाना उनके मुख्य मुद्दों में शामिल हैं,जिनसे कॉलेज के हर छात्र को फायदा मिल सके।इसी तरह के लगभग हर प्रत्याशी के मुद्दे इस बार देखने को मिल रहे हैं।वही पहली बार वोट देने वाले छात्रों का कहना है कि हम उसे वोट देंगे जो छात्रों की मांगे पूरी करें क्योंकि पहले छात्र संघ के द्वारा कॉलेज में कोई भी काम नहीं करवाये गए इसीलिए इस बार कर्मठ और योग्य प्रत्याशी को ही हम वोट करेंगे।