घनसाली विधानसभा कांगड़ा गाव के ग्राम विकास अधिकारी पर लगा रिश्वतखोरी का आरोप

टिहरी जिले और घनसाली विधानसभा का कांगड़ा गाँव जहा 26 वर्ष पश्चात भी सड़क न बन पाई हो तो वहां के हालत कैसे होंगे आप समझ सकते है| 

शिकायतकर्ता  द्वारा ऑडियो रिकॉर्डिंग के अनुसार विधायक निधि की बंदरबाट में स्थानीय ग्राम प्रधान से लेकर ग्राम विकास अधिकारी और भी अन्य अधिकारियो की रिश्वत लेने की बात ग्राम विकास अधिकारी ने बोली है|

शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि कांगड़ा गाँव में महिला मिलन केंद्र के निर्माण के लिए विधायक निधि से धनराशि स्वीकृत हुई थी जिसकी पहली किश्त 90000.00 ग्राम विकास अधिकारी द्वार ग्राम प्रधान को दी जानी थी लेकिन ग्रामप्रधान तक केवल 72000.00 रूपये ही पहुचे ,और जब शिकायतकर्ता ने इसके बाबत  ग्राम विकास अधिकारी अरविन्द गोस्वामी  से जानकारी लेनी चाही तो तो अरविन्द गोस्वामी ने मोबाइल पर बताया कि 90000.00 में से सभी अधिकारिओ का हिस्सा 20 प्रतिशत काट कर 72000.00 रूपये ग्राम प्रधान को काफी समय पहले दे दिए गए हैं, और ग्राम प्रधान ने पैसे मिलने के बाद भी आजतक निर्माण कार्य भी शुरू नहीं करवाया| 

ऑडियो रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत देखे और सुनने से पता लगता है कि भले ही मोदी सरकार जीरो तोल्रांस की नीति पर कार्य कर रही हो लेकिन देवभूमि के अधिकारियो को रिश्वत की ऐसी लत लगी हुई है कि बिना सरकारी खजाने को लूटे हुए खाना  हज़म नहीं होता ,प्रदेश अभी तक एन एच 74 से लेकर कई घोटालों से उबर नहीं पाया है ऐसे में आये दिन भ्रस्टाचार के नए नए खुलासे सामने आ रहे है और जब अधिकारियो सेलेकर नेता तक इस लूट में सभी सामूहिक रूप से शामिल है तो कोई कर भी क्या सकते है एक पुराणी कहावत है-जब सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का ?