गोवंश पर उठ रहे सवाल का किया खंडन

राजधानी देहरादून में गौ संरक्षण को लेकर बडा सवाल उठने लगा है। देहरादून के कांजी हाउस में पिछले एक महीने के दौरान 105 गायों की मौत की खबरें सामने आ रही हैं, जिसे कि नगर निगम ने नकार दिया है। क्या है पूरा मामला दिखाते है आपको इस रिपोर्ट. में
राजधानी देहरादून के कांजी हाऊस में हो रही गोवंश की मौत को लेकर नगर निगम ने गलत करार दिया है, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे की मानें तो कांजी हाउस में मात्र अब तक 13 गोवंशें की ही मौत हुई हैं। जब की अब तक राजधानी देहरादून के अलग अलग जगहों पर 105 गो वंशों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि मेयर के आदेशों के बाद कमेटी का गठंन कर दिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट समाने आने के बाद ही कार्यवाही होगी। आपको ये भी बता दें कि देहरादून के डीएम ने भी पूरे प्रकरण को लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। नगर निगम की मानें तो वह जल्द ही कांजी हाऊस को स्पिट भी करने जा रहा है।
राज्य सरकार पर गौ संरक्षण को लेकर सवाल खड़े होने तो लाजमी हैं। इस गंभीर मामले में एक सवाल और महत्वपूर्ण है। उत्तराखण्ड में गायों की देखभाल के लिए जगह- जगह देखे जाने वाले गौरक्षकों की निगाह आखिर इन बीमार और भूखमरी की शिकार गऊ माताओं पर अभी तक क्यों नहीं पड़ी।
राजधानी देहरादून के कांजी हाऊस में हो रही गोवंश की मौत को लेकर नगर निगम ने गलत करार दिया है, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे की मानें तो कांजी हाउस में मात्र अब तक 13 गोवंशें की ही मौत हुई हैं। जब की अब तक राजधानी देहरादून के अलग अलग जगहों पर 105 गो वंशों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि मेयर के आदेशों के बाद कमेटी का गठंन कर दिया गया है और जल्द ही रिपोर्ट समाने आने के बाद ही कार्यवाही होगी। आपको ये भी बता दें कि देहरादून के डीएम ने भी पूरे प्रकरण को लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। नगर निगम की मानें तो वह जल्द ही कांजी हाऊस को स्पिट भी करने जा रहा है।
राज्य सरकार पर गौ संरक्षण को लेकर सवाल खड़े होने तो लाजमी हैं। इस गंभीर मामले में एक सवाल और महत्वपूर्ण है। उत्तराखण्ड में गायों की देखभाल के लिए जगह- जगह देखे जाने वाले गौरक्षकों की निगाह आखिर इन बीमार और भूखमरी की शिकार गऊ माताओं पर अभी तक क्यों नहीं पड़ी।