गिरी हुई राजनीति की हदें हुई पार,बच्चो से दिलवाई पीएम मोदी को गन्दी गाली

फेमस लेखक मारग्रेट मेड ने बच्चों की परवरिश को लेकर लिखा था कि "children must be taught how to think, not what to think"
"जिसका अर्थ है बच्चो को सिखाया जाना चाहिये कि कैसे सोचना है ना कि क्या सोचना है"
पर अगर आपके बच्चो को कोई गालियां सिखाये तो ?
मासूम मन के अंदर कोई ज़हर घोलने जैसा महापाप कैसे कर सकते हैं।सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियों में प्रियंका गांधी अपनी एक रैली के दौरान बच्चो के साथ दिखाई दे रही हैं, जिसमें बच्चे नारे बाजी करते दिखायी दे रहे हैं, और नारे बाजी में ऐसा दिखाई दे रहा है, जैसे इन बच्चो को पूरी तरह तैयार किया गया हो कि वो पीएम मोदी को जमकर गाली दे।कभी बच्चे चौकीदार चोर है बोल रहे हैं, तो कभी मासूमियत से परे हदें गाली तक दे रहे हैं। किसी के द्वारा जब नारा लगाया गया नीम का पत्ता कड़वा है,तो आगे की लाइने बच्चो ने पूरी कर दी कि मोदी $#@@££€€##÷$$#@... है इन अपशब्दों का इस्तेमाल बच्चों के द्वारा किया जाना बेहद ही शर्मनाक है।
कहां जा रही है आखिर भारत की राजनीति ?वोट बैंक के लिये अब बच्चो को घसीटना कितना उचित है?जिस उम्र में बच्चे पढ़ाई ,खेल, कूद इत्यादि करते हैं, उस उम्र में इन बच्चो को देश के प्रधानमंत्री के लिये क्या बुलवाया जा रहा है आप वीडियों में देख सकते हैं।कौन हैं जिन्होने इन बच्चो को ये सब सिखाया?प्रियंका गांधी खड़ी खड़ी तमाशा देखती रही मुस्कुराती रही ,जब लगा कि कैमरा उन पर ही फोकस है, तब अच्छे बच्चे बनो जैसे डाॅयलौग देने लगी। तब क्यों नहीं फटकारा उस आदमी को प्रियंका ने जो गाली वाले नारे की पहली लाइन बोल रहा था ,बाकी की गाली बच्चो से बुलवा रहा था।हंस कर अपना उल्लू सीधा करके चलती बनी।हर चीज की मर्यादा होती है। आप अपने करियर को चमकाने के लिये छोटे छोटे बच्चो को बरगलायेंगे क्या? जब इन बच्चों को सिखाया जा रहा था ,तब इनके मां बाप ने भी ना जाने क्यों नहीं रोका ये सब सिखाने के लिये?चाहे कांग्रेस पीएम मोदी को चौकीदार चोर बुलवाये और गाली दिलवायें बच्चों से या बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ बच्चों का इस्तेमाल करे दोनों ही गलत हैं।आप अपनी राजनीति से इन मासूमों को दूर ही रखें।इस तरह बच्चो से गाली दिलवाने पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिये।