गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के मकसद से संचालित नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में होंगे कई कार्य

गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता के मकसद से संचालित नमामि गंगे परियोजना के तहत उत्तराखंड में यमुना समेत गंगा की अन्य सहायक नदियों को बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन एंड गंगा रिजर्वेशन प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा। इसके तहत यहां जैवविविधता सर्वे गंगाप्रहरी समेत कई कार्य संचालित किए जाएंगे| नमामि गंगे परियोजना की महानिदेशक के अनुसार इस प्रोजेक्ट के लिए 113 करोड़ का प्रस्ताव केंद्र सरकार को पहले ही भेजा जा चुका है,अभी इसका बजट रिलीज नहीं हुआ है।

उत्तराखंड में गंगा की जैव विविधता, गंगा प्रहरी, गंगा किनारे के गांव की स्थिति पुनर्वास समेत अन्य विषयों पर नमामि गंगे के तहत डब्लूआईआई कार्य कर रहा है, इस प्रोजेक्ट की 3 साल की अवधि जुलाई में खत्म हो रही है,अगले 2 साल के लिए इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव पहले ही केंद्र को भेजा गया है, नमामि गंगे परियोजना के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने उम्मीद जताई कि लोकसभा चुनाव के बाद इस प्रोजेक्ट पर केंद्र से मंजूरी मिल जाएगी। इसके बाद यमुना समेत गंगा की अन्य सहायक नदियों को प्रोजेक्ट में शामिल कर विभिन्न कार्य संचालित किए जाएंगे|