क्या देहरादून के जिला अस्पताल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा ?

प्रदेश में पहले से ही खस्ताहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को एक और झटका लगा है,देहरादून के जिला अस्पताल पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में संविदा पर तैनात चार डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है।इन्होंने इस्तीफे का कारण अस्पताल में असुरक्षित वातावरण बताया है।कुछ दिन पूर्व इसी अस्पताल के सीएमएस पर तीन महिला कर्मचारियों ने मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए थे,हालांकि बाद में वह ड्यूटी लगाने से जुड़ा मामला बताकर इस आरोप से मुकर गई थी।डॉक्टरों के इस्तीफे को भी इसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। मामले के अनुसार डॉ. ऋषभ, डॉ.सुशील सैनी,डॉ,मनीष शर्मा व डॉ.गुरांग जोशी कोरोनेशन अस्पताल में संविदा पर तैनात हैं। कुछ महीने पहले ही अस्पताल में उनकी तैनाती हुई है,इनका तीन साल के लिए अनुबंध हुआ था,रोटेशन पर इमरजेंसी में तैनात होने वाले इन युवा चिकित्सकों ने बुधवार को अचानक अपने इस्तीफे अस्पताल के सीएमएस को सौंप दिए,इससे प्रबंधन के सामने विकट स्तिथि खड़ी हो गई है।
पूरे मामले पर अस्पताल के सीएमएस डॉ. बी.सी.रमोला का कहना है कि यह कुछ लोगों द्वारा रचा षड़यंत्र है,षड़यंत्र के तहत ही कुछ दिन पूर्व कुछ कर्मचारियों द्वारा मेरे ऊपर आरोप लगाए थे,उस घटना से विचलित युवा डॉक्टर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं,और उन्होंने मेरे पास आकर इस्तीफे की पेशकश की है।लेकिन मैंने उनका इस्तीफा ठुकराकर उन्हें आपदा और डेंगू के समय मिलजुल कर कार्य करने को कहा है।साथ ही उन्होंने कहा कि युवा डॉक्टर बहुत ही मेहनती डॉक्टर हैं,आपदा और डेंगू वाले हालात में वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं,हमने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया है,और कहा है कि यदि इस्तीफा देने की जरुरत पड़े तो सबसे पहले वह स्वयं इस्तीफा देंगे।उन्न्होंने कहा कि षड़यंत्रकारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पूरे मामले पर अस्पताल के सीएमएस डॉ. बी.सी.रमोला का कहना है कि यह कुछ लोगों द्वारा रचा षड़यंत्र है,षड़यंत्र के तहत ही कुछ दिन पूर्व कुछ कर्मचारियों द्वारा मेरे ऊपर आरोप लगाए थे,उस घटना से विचलित युवा डॉक्टर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं,और उन्होंने मेरे पास आकर इस्तीफे की पेशकश की है।लेकिन मैंने उनका इस्तीफा ठुकराकर उन्हें आपदा और डेंगू के समय मिलजुल कर कार्य करने को कहा है।साथ ही उन्होंने कहा कि युवा डॉक्टर बहुत ही मेहनती डॉक्टर हैं,आपदा और डेंगू वाले हालात में वह अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं,हमने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया है,और कहा है कि यदि इस्तीफा देने की जरुरत पड़े तो सबसे पहले वह स्वयं इस्तीफा देंगे।उन्न्होंने कहा कि षड़यंत्रकारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।