क्या इस बार भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत स्टिंग प्रकरण मामले में बाल बाल बच गए?

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बहुचर्चित स्टिंग प्रकरण में एक ओर कांग्रेस के दिग्गजों का नैनीताल में जमावड़ा लगने लगा तो वही दूसरी ओर कोर्ट में इस बड़े और अहम मामले में सुनवाई टल गई है, सुबह से ही आज हरीश रावत के समर्थन में उनकी पार्टी के लोग नैनीताल का रुख करने लगे थे जिनमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह,नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हिरदेश, महिला प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य, किशोर उपाध्याय तिलक राज बेहड़, खजान पांडे, धारचूला विधायक हरीश धामी समेत कई अन्य विधायक हरीश रावत के समर्थन में नैनीताल आ पहुंचे।हरीश रावत के अधिवक्ता ने कोर्ट से कल सुनवाई के लिए समय मांगा तो वही केंद्र की तरफ से कोर्ट में यूनियन ऑफ इंडिया और सी.बी.आई.के अधिवक्ता द्वारा कल सुनवाई नही करने की बात कही गई और 26 सिंतबर को सुनवाई के लिए मांग की।अब सी.बी.आई.की प्राथमिक जांच रिपोर्ट को एक अक्टूबर को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
आपको बता दे कि हाई कोर्ट में आज पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत के स्टिंग व विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में न्यायाधीश आर सी खुल्बे की एकलपीठ में आज सुनवाई हुई, जिसमे सीबीआई के द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि वे हरीश रावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने जा रहे है, जबकि कोर्ट ने पूर्व में सीबीआई को निर्देश दिए थे कि उनके खिलाफ कोई कार्यवाही करने से पहले कोर्ट को अवगत कराए इसी के क्रम में सीबीआई द्वारा पिछली तिथि को सीबीआई द्वारा कोर्ट को अवगत कराया गया था। पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत ने याचिका दायर कर कहा है कि सीबीआई ने 2017 में कोंग्रेस की सरकार गिरने पर उनके उपर स्टिंग व विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला दर्ज किया गया है,जो कि सरासर बेबुनियाद है।अगली सुनवाई अब 1 अक्टूबर नियत की गई है।