कोरोना से जंग में कैसे धोएं बार-बार हाथ, जब गांव में पानी की हो रही है किल्लत।

एक तरफ देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है, इससे बचाव के लिए कई दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं। विशेषज्ञों द्वारा बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जा रही है। लेकिन जैसे जैसे गर्मी बढ़ रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट गहराता जा रहा है। रामनगर के ग्राम पंचायत कानियाँ में पेयजल का ट्यूबवेल विगत 12 दिनों से खराब पड़ा है, लेकिन जल संस्थान के अफसर इसकी कोई भी सुद नहीं ले रहे हैं। कई दिनों से यहां टैंकर से पानी की पूर्ति हो रही है, जो कि ग्रामीणों के लिये पर्याप्त नहीं पड़ रहा है।


ग्राम प्रधान सुनीता घुघत्याल कई बार जल संस्थान जाकर ट्यूबवेल खराब होने के बारे में अधिकारियों को अवगत करा चुकी हैं। लेकिन विभाग इतना लापरवाह है कि उसे इसकी कोई चिंता ही नहीं है। इस पेयजल के ट्यूबेल से कई गाँवों में पानी की सप्लाई है जैसे गोजानी, चोरपानी, कानियाँँ, तल्ला कानियाँ, गंगोत्री बिहार, मनीला बिहार, नेगी कलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी आदि जगह पानी जाता है।