कोरोना संक्रमित दो मरीज़ों को बिना पुष्टि के भेजा घर डीएम ने दिए जाँच के आदेश

स्वास्थ्य महकमे की बड़ी लापरवाही ने जिला मुख्यालय ऊधम सिह नगर मे कोरोना महामारी का खतरा बढ़ा दिया है । उधम सिंह नगर मे कोरोना पॉज़िटिव मरीजो के जिला अस्पताल मे आइसोलेशन वार्ड में तैनात चिकित्सकों ने बिना रिपोर्ट की पुष्टि किए कोरोना संक्रमित मरीजो को एक दिन पहले ही उनके घर भेज दिया था । जबकि दोनों मरीजो की कोरोना संक्रमित जाँच की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो जिसके बाद आनन-फानन में चिकित्सकों ने मरीज़ों को जैसे तैसे उनको उनके घर से जिला अस्पताल बुलाकर फिर सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया । इस मामले में कुमाऊं कमिश्नर व जिला अधिकारी डा॰ नीरज खैरवाल ने स्वास्थ के नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं ।
दोनों मरीजों के एक रिश्तेदार ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दो चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ।
शनिवार को दोनों युवकों की रिपोर्ट आई और दोनों पॉजिटिव निकले तो अफसरों के पैरों तले की जमीन खिसक गई दोनों युवकों को गांव ले जाने के लिए चार अन्य युवक भी आए थे पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर अस्पताल वालों ने बुलाया तो दोनों अपने एक साथी के साथ बाइक से अस्पताल पहुंच गए । प्रशासन द्वारा अब गांव में यह युवक कितनों के संपर्क में आए हैं अब इसका पता कराया जा रहा है ।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र से ऑटो रिक्शा से पुलभट्टा होते हुए 2 लोग महतोष मोड़ स्थित अपने घर आए थे जहां पुलिस को शक होने पर दोनों लोगों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया था और दोनों के सैंपल लेकर हल्द्वानी जांच के लिए भिजवाए गए थे बताया जा रहा है कि कुछ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी जहां बिना पुष्टि किए आइसोलेशन वार्ड में तैनात चिकित्सकों ने दो मरीजों को उनके घर महतोष मोड़ भेज दिया था इस दौरान दोनों मरीज इधर-उधर घूमे और कई लोगों के संपर्क में आए जब इन दोनों मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और जैसे-तैसे दोनों को वापस जिला अस्पताल आइसोलेट वार्ड में लाया गया
वहीं इस पूरे मामले सीएमओ ने मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर रहे हैं तो डीएम ने कोरोना नोडल अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है और लापरवाही पर कार्रवाई की बात कही है ।
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में एक दिन पूर्व भर्ती कराए गए इन युवकों की सैंपल जांच केंद्र भिजवाया गया था लेकिन जिले से भेजे गए कुछ सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद दोनों को होम कवारंटाइन की हिदायत देकर घर भेज दिया गया था खास बात यह है कि इन रिपोर्टों में दोनों लोगों की रिपोर्ट शामिल नहीं थी।
इधर शनिवार को दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन में खलबली मच गई आनन-फानन में दोनों को घर से तत्काल अस्पताल पहुंचाने को कहा गया इसके बाद दोनों अपने परिचित की बाइक पर बैठकर अस्पताल पहुंचे यहां चुपचाप तीनों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया ।
इधर कोरोना बीमारी को लेकर बरती गई लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश की गई रिपोर्ट आने से पहले संक्रमित मरीजों को बिना रिपोर्ट आए घर भेज दिया गया इस बीच संक्रमित परिजन और अन्य लोगों के संपर्क में भी आए थे इस पूरे प्रकरण को लेकर अधिकारियों का रवैया भी हैरान करने वाला रहा।
जब सीएमओ डा शैलजा भट्ट से संक्रमितो को छोड़ने की बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि संस्थागत क्वॉरेंटाइन से अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पहुंचाने के बाद दोनों संक्रमित अस्पताल में ही थे क्वॉरेंटाइन से पहले वह कहां गए इसकी जानकारी उन्हें नहीं है ।