कां धूरा हुनेलो मासी क फूल,को धूरा फुलेल मासी गोकुल

पिथौरागढ़ थल के नंदा मंदिर में नंदा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।मंदिर के धामी बलवंत नित्वाल के आवास से शुरू हुई इस यात्रा में महिलायें अपनी परम्परागत वेशभूषा में सजधज कर निकली,वही पुरुषों ने सफ़ेद टोपी पहनकर हिटो साली मनु राली चल कौतिक,को धूरा हुनेलो मासी गोकुल का गायन करते हुवे नंदा मंदिर की ओर प्रस्थान किया।


जहाँ पहुंचकर लोगों ने मंदिर की परिक्रमा करते हुवे नंदामाई की पूजा की,ढ़ोल नगाड़ों के बीच सबकी दैंण होये ओ नंदा माई का स्वर गूंजा।देर शाम तक नंदा मंदिर में महिलाओं के चांचरी,ठुल खेल की धूम मची रही।इस मौके पर मेला समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र पांगती,सचिव मनोहर सिंह क्वीरियाल, कोषाध्यक्ष गोकुल सिंह धर्मशक्तू,संरक्षक ललित पांगती,राजू पंचपाल,दुर्गा सिंह पांगती,चंद्र मोहन पांगती,मनोज जंगपांगी,भूपेंद्र जंगपांगी,शैलेन्द्र बृजवाल,हेमू पांगती,हरीश नित्वाल,नवराज जंगपांगी,भूपी पांगती,कल्याण सिंह जंगपांगी,सुन्दर राम,बसंती पंचपाल,प्रेमा पांगती,लक्ष्मी पांगती,जीवंती जंगपांगी,बिंद्रा क्वीरियाल,मोहनी जंगपांगी,दमयंती जंगपांगी,गंगा देवी धर्मशक्तू,हीरा देवी जंगपांगी,किरन जंगपांगी,मोतिमा देवी,प्रेमा देवी,जानकी देवी,धर्मी देवी,बेली देवी मौजूद थी.नंदा मंदिर में पूजापाठ करने के उपरान्त प्रसाद वितरण के बाद नंदा महोत्सव धूमधाम से संपन्न हुवा।