करोड़ों की लागत से बना ईएसआईसी अस्पताल सफेद हाथी हो रहा है साबित....

जिला मुख्यालय ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर में केंद्र के द्वारा बनाए गए ईएसआईसी अस्पताल का उद्घाटन तो दो बार हो गया लेकिन अभी तक यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों के लिए कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है,
यूं कहें कि 97.72 करोड़ की लागत से बना ये ईएसआईसी अस्पताल अब सफेद हाथी साबित हो रहा है, जिसके चलते अभी भी मरीजों को निजी अस्पतालों और अन्य शहरों में स्थित अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
रुद्रपुर में बीती 20 फरवरी को श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार संतोष गंगवार ने इस ईएसआईसी अस्पताल का उद्घाटन किया जिसमें अब इस अस्पताल में बीमित व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना था अस्पताल में तीन ऑपरेशन थिएटर आईसीयू वार्ड समेत सभी मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होनी थे और 100 बेड प्रचार कर इस बिल्डिंग का निर्माण 5 एकड़ जमीन पर हो गया, लेकिन ईएसआईसी अस्पताल का दो बार केंद्रीय मंत्री के द्वारा उद्घाटन करने के बावजूद अब तक डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं जबकि कई बार ईएसआईसी विभाग के द्वारा कई डॉक्टरों को लेकर विज्ञापन भी निकाले गए लेकिन कोई भी डॉक्टर वहां ज्वाइन करने को तैयार नहीं है।
अब आखिर क्या माना जाए कि जब अस्पताल के लिए डॉक्टर और टेक्निकल स्टाफ ही नहीं है तो सिर्फ लोकसभा चुनाव में लाभ पाने के लिए ही ईएसआईसी अस्पताल का उद्घाटन किया गया था?
वहीं इस पूरे मामले पर जब यह ईएसआईसी अस्पताल मैनेजमेंट का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार मुख्यालय को सूचित किया जा रहा है लेकिन डॉक्टर ना होने के चलते अभी मरीजो को भर्ती कर उपचार नही किया जा रहा है, और अस्पताल में मौजूद जो डॉक्टर हैं उन्हीं से ओपीडी चलाकर डॉक्टरों के द्वारा मरीजों को देखा जा रहा है, लेकिन मरीजों को भर्ती करने के लिए अभी किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं है।