ऊधम सिंह नगर में सीपीयू दरोगा से मारपीट, हड़कंप

रुद्रपुर।चेकिंग के दौरान बीती रात सीपीयू दरोगा के साथ मारपीट की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के अनुसार सीपीयू में तैनात दारोगा राजेश बिष्ट बीती रात सिपाही मनमोहन पटवाल के साथ काशीपुर हाईवे पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान गाबा चौक के पास जब सीपीयू कर्मियों ने इंदिरा चौक की तरफ से आ रहे टाटा मैजिक वाहन संख्या यूके 04 सीए 5482 को चेकिंग के लिए रोका तो चालक अनूप देवल पुत्र सुशील निवासी सुभाष कॉलोनी वाहन के कागजात नहीं दिखा सका।पुलिस के मुताबिक चालक की सूचना पर थोड़ी ही देर में वाहन स्वामी नितिन अनेजा पुत्र करतार चंद्र निवासी हरि मंदिर गली अपने साथी डिबडिबा निवासी लवदीप सिंह पुत्र निर्मल सिंह के साथ मौके पर आ धमका और सीपीयू कर्मियों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी।आरोप है कि मारपीट के दौरान सरकारी कैमरे से वीडियोग्राफी कर रहे सिपाही मनमोहन पटवाल से कैमरा छीन कर तोड़ दिया गया। सीपीयू कर्मियों के साथ मारपीट की सूचना मिलते ही कोतवाली में तैनात पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और तीनों आरोपियों को एहतियातन हिरासत में लेकर कोतवाली ले आए। बताया जाता है कि नितिन अनेजा भाजपा के एक पूर्व पार्षद का भाई है।मामले की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल कोतवाली आ धमके और दोनों पक्षों के बीच रजामंदी की कवायद शुरू हो गई। कोतवाली में ही एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा भी पहुंच गए और मामले की गंभीरता को देखते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ सीपीयू दरोगा राजेश बिष्ट की तहरीर के आधार पर देर रात सरकारी कार्य में बाधा समेत अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला पंजीकृत कर लिया गया।आज सुबह भी दर्जनों भाजपाई कोतवाली पहुंचे और प्रभारी निरीक्षक कैलाश चंद्र भट्ट से तीनों आरोपियों को कोतवाली से ही जमानत देने की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने सख्त रवैये का परिचय देते हुए कोतवाली से ही आरोपियों को जमानत देने से साफ इंकार कर दिया। मामले को लेकर सत्ताधारी पार्टी में खासा रोष देखा गया है।कोतवाल से मिलने वालों में मेयर रामपाल,पार्षद सुशील चौहान,संजय ठुकराल,सुशील यादव,अमर सिंह,विधान राय,बलदेव राज छाबड़ा,शिव कुमार गंगवार, चंद्रपाल कोली,विक्की आहूजा,रामकिशन रमेश कालड़ा,सोनू अनेजा,आकाश भुसरी समेत अनेक भाजपाई मौजूद थे।उल्लेखनीय है कि कुछ माह पूर्व भी देर रात नो एंट्री में घुसे ट्रक को सीपीयू कर्मियों द्वारा रोके जाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के चालक ने मामले को धार्मिक भावनाएं आहत करने का मोड़ दे दिया था जिसके बाद महानगर खासा बवाल भी हुआ था।खबर लिखे जाने तक पैरवी में जुटे भाजपाइयों ने कोतवाली में ही डेरा डाल रखा था।