उत्तराखण्ड पुलिस पर भी टिक-टॉक का क्रेज

शार्ट फॉर्म मोबाइल वीडियो प्रसारित करने का माध्यम टिक-टॉक एप पिछले एक साल से युवाओं से लेकर अन्य वर्ग के मोबाइल यूजर के बीच लोकप्रिय बना हुआ है।इसमें शॉर्ट फॉर्म वीडियो डालकर हर कोई अपनी प्रतिभा को दूसरों को रुबरू करा रहा है।पिछले दिनों देशभऱ के कई पुलिसकर्मियों के टिक-टॉक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे, जिनमें कई पुलिसकर्मी फिल्म अभिनेताओं के एक्टिंग करते हुए नजर आ रहे थे। शॉर्ट-फॉर्म वीडियो देखने को लेकर युवाओं व मोबाइल यूजर के क्रेज को देखते हुए उत्तराखण्ड पुलिस ने जागरुकता के लिए टिक-टॉक के साथ हाथ मिला लिया है, पुलिस से जुड़े सुरक्षा और सामाजिक जागरुकता के कार्यक्रमों को इसमें प्रसारित किया जाएगा।
उत्तराखण्ड पुलिस टिक-टॉक के माध्यम से जनता के बीच अपनी आवाज पहुंचाने की योजना बना रहा ही, नागरिकों के बीच टिक टॉक सुरक्षा को लेकर जारी होने वाले अलर्ट से लेकर जागरुकता वाले संदेश भी पहुंचाने का काम करेगा।पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने कहा कि टिक-टॉक पर होने से हमें आम लोगों के साथ एक बेहद व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ने एवं उन तक पहुंचने का अवसर मिलेगा। खासकर सड़क सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के अलावा ट्रैफिक नियमों का पालन करने, साइबर अपराध एवं नशे के खिलाफ जागरुक करने में मदद मिलेगी, साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड पुलिस ने जागरुकता से जुड़े दस वीडियो इसमें अपलोड़ किए हैं। इन वीडियो को युवा पसंद कर रहे हैं। सड़क सुरक्षा और साइबर अपराध के प्रति जागरुकता वाले इन वीडियो को हजारों लाइक्स मिल रहे हैं।देश में सबसे पहले केरल पुलिस ने टिक-टॉक से हाथ मिलाया था।