इस क्षेत्र में आ सकता है बड़ा भूकंप, ग्रामीण से लेकर बिल्डर तक परेशान।

आईआईटी कानपुर से आई भूगर्भ वैज्ञानिको की टीम ने रामनगर-हल्द्वानी मोटर मार्ग पर स्थित नंदपुर गैबुआ से मिले मिट्टी के नमूनो को अतिसंवेदनशील बताते हुए कहा कि प्रयोगशाला में इनकी जांच के दौरान ही पता चल पायेगा कि इस क्षेत्र में कितने व किस समय में भूकंप आये हैं। टीम ने यहां पर फिलहाल दो से तीन भूकंप आने की सम्भावना व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द ही इस क्षेत्र में बड़ा भूकंप आयेगा। टीम में शामिल प्रो. जावेद मलिक ने बताया कि यहां पर आये भूकंप की आयु का निर्धारण करने के लिये दो से तीन मीटर गहरी व 28 मीटर लम्बी टंच से मिले नमूने बेहद कारगार साबित होंगे। करीब सात दिन की मेहनत के बाद टीम ने एक्टीव फाल्ट लाईन खोजने में सफलता प्राप्त की है। इसके अलावा टीम ने यहां की मिट्टी से कार्बन के नमूने भी जांच के लिये लिये हैं। चारकोल से भूकम्प की उम्र का निर्धारण किया जाता है। हल्के भूकम्प के बाद एक बड़े भूकम्प का क्रम चलता है।
1833, 1924 तथा 2015 में बड़े भूकंप आ चुके हैं। अगला भूकंप रिएक्टर स्केल पर आठ से अधिक की क्षमता का होगा जो कि पूरे इलाके में बड़ी तबाही लेकर आयेगा। हर पांच सौ साल में भूकंप की पुनरावृत्ति होने का क्रम होने के कारण भी यह क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। यहां पर मिली मिट्टी परतों की सतह का मुआयना करने पर पता चलता है कि यह मिट्टी दो से तीन भूकंप की प्रक्रिया से गुजर चुकी है। अगले भूकंप की सटीक भविष्यवाणी के लिये इस मिट्टी से मिले नमूनों की सघन जांच आवश्यक है।
नंदपुर गांव के ग्रामीण भूगर्भ वैज्ञानिकों की टीम से मिले और कहा कि यदि भूकंप आया तो क्या उनके मकान जमीदोंज हो जायेंगे। प्रो. जावेद मलिक ने सभी को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया और कहा कि भूकंप से बचाव के लिये भवन निर्माण के लिये कालम का प्रयोग करें। सक्षम इंजीनियरों से भूकंपरोधी भवनों का नक्शा बनाने के बाद ही भवन निर्माण कराया जाये, जिससे भविष्य में भूकंप आने पर पर्याप्त सुरक्षा हो सके। भूकंप को आने से रोका तो नहीं जा सकता, लेकिन सुरक्षा के उपाय तो किये जा सकते है।
आईआईटी कानपुर की टीम द्वारा सर्वे की बात सुनकर क्षेत्र के कई कालोनाइजर व बिल्डर भी मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटा रहें है। कई बिल्डरों ने टीम को बताया कि उन्होंने इस इलाके में कई जगह प्लाटिंग की है, लेकिन इस पट्टी को भूकम्प की दृष्टि से संवदेनशील बताये जाने के कारण उनका धंधा मंदा हो सकता है