इन ढ़ाई सालों में क्या मिला- जीरो टॉलरेंस या भ्रष्टाचार

उत्तराखंड में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के ढाई साल पूरे हो गए हैं। अपने इस कार्यकाल को सरकार प्रदेश के हित में बता रही है। तो वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इन ढाई साल के कार्यकाल को जनविरोधी करार दिया है।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को प्रदेश की कमान संभाले ढाई साल का वक्त पूरा हो चुका है। ढाई सालों में प्रदेश सरकार ने कई कड़े फैसले लिए तो कई योजनाओं को आगे बढ़ाया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इन ढाई सालों में हम बहुत बदलाव लाए हैं। आज जीरो टॉलरेंस दिख रहा है सचिवालय से दलाल बाहर जा चुके हैं। साथ ही ऐसी कई योजनाएं हैं जिसमें उत्तराखंड अटल आयुष्मान योजना से आज हमने प्रदेश भर के लोगों को जोड़ा है, पेयजल में हम लोगों ने आज आगे बढ़ाया और आंगनबाड़ियों में हमने 2 दिन सप्ताह में दूध देने का काम शुरू किया है,हमने कोशिश की है कि प्रदेश आगे बढ़े और इन ढाई सालों में यह नजर भी आया है।सरकार से जनता की सबसे बड़ी आकांक्षाएं सड़क, पानी, बिजली और शिक्षा को लेकर होती हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड ने ग्रामीण सड़कों के मामले में देश में पहला स्थान हासिल किया है। साथ ही गांवों को रिकॉर्ड कनेक्टिविटी दी गई है। उपभोक्ताओं तक पानी पहुंचाने को ऐसी योजनाएं दी गईं, जो भविष्य में भी काम आएंगी। सौंग बांध व जमरानी बांध परियोजना अगले 50-60 साल तक राज्य की जनता को पानी मुहैया कराती रहेंगी। सीएम ने कहा कि प्रदेश में फिल्मों की अधिक से अधिक शूटिंग हो, इसके लिए राज्य में फिल्मों के अनुकूल माहौल बनाया है। तो वहीं प्रदेश सरकार के ढाई साल के कार्यकाल पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कटाक्ष किया है।हरीश रावत ने कहा कि ढाई साल के कार्यकाल के दौरान प्रदेश सरकार ने जनता के हितों पर कुठाराघात किया है और यह सरकार पूरी तरह से जनविरोधी सरकार रही है। हरीश रावत ने कहा कि ये ढाई साल उत्तराखंड के लिए अच्छे नहीं रहे हैं। आम आदमी के लिए, गरीब के लिए जो हमारे समय में पैसा जाता वो गरीबों के जेब में कम जा रहा। बीजेपी सरकार में बेरोजगारी बढ़ी है और भ्रष्टाचार बढ़ा है।