आयुर्वेदिक कॉलेज के कर्मचारियों का हल्ला बोल

डीडीओ कोड लागू करने की मांग कर रहे ऋषिकुल व गुरूकुल आयुर्वेदिक कालेजों के कर्मचारियों की संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न संवर्गो के कार्मिकों ने ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज में धरना प्रदर्शन किया। डीडीओ कोड बहाली की मांग को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन के चौथे दिन धरने को को संबोधित करते हुए मोहित मनोचा एवं धीरज उपाध्याय ने कहा कि विश्वविद्यालय गठन के बाद से ही ऋषिकुल एवं गुरूकुल के कार्मिकों को डीडीओ कोड के माध्यम से वेतन नहीं देेकर विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी हठधर्मिता एवं मनमानी कर रहा है। कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कर्मचारियों के धैर्य की सीमा समाप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कोषागार से वेतन दिए जाने के आदेश जारी नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा। समीर पाण्डेय एवं खीमानन्द भट्ट ने कहा कि कई बार विश्वविद्यालय को डीडीओ कोड बहाली के पत्राचार किया गया। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कर्मचारियों की मांगों का संज्ञान नहीं ले रहा है। शासन द्वारा कोड बहाली के लिए विवि के मुख्य वित्त अधिकारी से सहमति मांगी गयी थी। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी शासन को जवाब प्रेषित नहीं किया गया है। शिवनारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारी मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अपनी समस्या से अवगत करा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर अभी तक समस्या के समाधान के कोई प्रयास नहीं किए गए। उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के संगठन के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा एवं आयुर्वेद विवि शिक्षक संवर्ग ने कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया है।