अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

अंतराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर पर्यावरण सस्थान कोसी कटारमल अल्मोड़ा के जैव विविधता विभाग द्वारा उत्तराखंड के वन विभाग के अनुसंधान प्रभाग में कर्मचारियों एवं अधिकारियों हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन पटवाड़ागर स्थित पंतनगर विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिक संस्थान में सम्पन्न हुआ।प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वन विभाग के वन संरक्षक श्री संजीव चतुर्वेदी ने अपने सम्बोधन में जैव विविधता संरक्षण हेतु वन विभाग द्वारा किये जा रहे विभिन्न संकटापन दुर्लभ प्रजातियों के संरक्षण पर उनके विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जाकारी दी।कार्यक्रम की शुरुआत प्रशिक्षण कार्यक्रम के सयोजक एवं पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक डॉ गिरीश नेगी ने सभी परिशिक्षणार्थियो का स्वागत करते हुए के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने स्लाइड शो के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर इस क्षेत्र के वनों पर पड़ रहे विभिन्न प्रभावों पर संस्थान की दीर्घकालिक शोध कर रहा है और वन विभाग की शोध प्रभाग पर संस्थान कर्मचारियों को शोध में भागीदारी हेतु यह प्रशिक्षण विशेष रूप से आयोजित किया गया है।प्रशिक्षण में एरीज संस्थान, नैनीताल के डॉ नरेंद्र सिंह ने उत्तराखंड में हो रहे जलवायु परिवर्तन पर व्याख्यान दिया।कुमाऊँ विश्वविद्यालय नैनीताल के प्रोफेसर श्री जीत राम
ने परिशिक्षणार्थियो को वनों की संरचना और कार्यविधि बताई।पंतनगर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ उमा मेलकनिया ने वनों की पर्यावरणीय सेवाओं पर प्रकाश डाला।डॉ जी सी जोशी ने जड़ी बूटियों के संरक्षण के बारे मे बताया।प्रशिक्षण द्वितीय दिवस में पटवाड़ागर और भुजीयघाट के साल व मिश्रित वनों में पर्यावरण संस्थान के शोधार्थियों ने वैज्ञानिक यंत्रों की मदद से वनों पर जलवायु परिवर्तन के पड़ रहे असर पर बताया।इस कार्यक्रम में पटवाड़ागर जैव प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफेसर मुकेश पांडे,रेंजर मदन बिष्ट,नवीन रौतेला सहित वन विभाग और अन्य संस्थानों के शोधार्थियों और कर्मचारियों सहित 35 व्यक्ति उपस्थित रहे।