आवाज खुलासाः हरिद्वार में माफियाओं ने बेच खाई सरकारी जमीन! दुस्साहस ऐसा की.. रातों-रात 60 से अधिक हरे पेड़ों पर चला दी आरी, एसडीएम, पुलिस और ग्राम प्रधान की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
हरिद्वार से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। दरअसल, यहां एक बिल्डर को फायदा पहुंचाने के लिए न सिर्फ ग्रामसभा की बेशकीमती जमीन को खुर्द-बुर्द कर दिया गया, बल्कि जमीन पर लगा आम का बाग भी पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। हैरानी की बात ये है कि इस बाग में खड़े 60 से ज्यादा हरे पेड़ काट दिए गए, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।
मामले के अनुसार अभिषेक त्यागी नाम का बिल्डर ग्रामसभा की जमीन पर अपनी कॉलोनी का सेकेंड फेज का निर्माण करना चाहता था जो कि उसकी डेवलप की गई पॉश कालोनी के ठीक पीछे स्थित थी। हरिद्वार के बहादरबाद ग्राम सभा की खसरा संख्या 325/2 जिसमें 1 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन मौजूद थी जिसे बिल्डर को बेचने के लिए हरिद्वार प्रशासन और बहादरबाद के ग्राम प्रधान ने मिलकर एक षड्यन्त्र रचा, जिसमें प्रवेश कुमारी नाम की एक महिला को उसकी जमीन से ग्राम सभा की जमीन का विनिमय करवा दिया और ये सब ग्राम प्रधान के आवेदन और एसडीएम के आदेश से हुआ ।जिस जमीन को प्रवेश कुमारी से विनिमय करवाया गया, उस जमीन पर 60 से ज्यादा आम और अन्य प्रजाति के पेड़ों का बाग मौजूद था, लेकिन जब प्रवेश कुमारी ने विनिमय से ली गई जमीन एक साल के अंदर बिल्डर अभिषेक त्यागी को बेच दी तब स्थानीयों ने ग्राम सभा की जमीन और उस पर स्थित आम के बाग को बचाने के लिए कई दिनों तक धरना प्रदर्शन करते हुए कई प्रेस वार्ता भी की, लेकिन स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने बिल्डर पर कार्यवाही करने के बजाए ग्रामीणों को ही थाने ले जाकर पूरी रात लॉकअप बंद कर दिया और इधर बिल्डर ने ग्राम सभा की जमीन से पूरे बाग को ही काट दिया।
हरिद्वार के एसडीएम अजयवीर सिंह के द्वारा 28 मार्च 2023 को दिए गए आदेश के अनुसार 06 फरवरी 2023 को ग्राम प्रधान नीरज सिंह बहादराबाद के आवेदन पर कार्यवाही करते हुए ग्रामसभा के खसरा नंबर 325/2 की एक हेक्टेयर से अधिक जमीन को सामाजिक फायदे के लिए प्रवेश कुमारी की जमीन से एक्सचेंज किया गया और फिर प्रवेश कुमारी के नाम ग्राम सभा की जमीन दर्ज हो जाने के बाद बिल्डर अभिषेक त्यागी ने यह जमीन प्रवेश कुमारी से खरीद ली और जमीन पर स्थित बाग जिसमें 60 से अधिक आम के पेड़ों और अन्य हरे पेड़ों को नष्ट कर दिया। गौरतलब है कि यह सब खेल जिला प्रशासन और ग्राम पंचायत बहादराबाद की मिली भगत से खेला गया।
बता दें कि उत्तराखंड में लगातार भू-माफियाओं और बिल्डरों के हौंसले दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। जहां एक तरफ जहां धामी सरकार भू-कानून की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ धामी सरकार के संरक्षण में प्रशासनिक अधिकारी बिल्डरों की मदद से उत्तराखंड को बेचने में लगे हुए हैं। हरिद्वार का एक निजी बिल्डर, ग्राम प्रधान और स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से ग्राम सभा बहादराबाद की एक हेक्टेयर बेशकीमती जमीन को बड़ी चालाकी के साथ सरकारी दस्तावेजों में विनिमय के जरिए अन्य युवती के नाम और फिर अन्य युवती से अपने नाम दर्ज करवा देता है। यही नहीं जमीन पर स्थित बाग जिसमें 60 से अधिक आम के पेड़ों और 20 से ज्यादा अन्य प्रजाति के हरे पेड़ों को एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए काट दिया जाता है और हरिद्वार प्रशासन समेत तमाम नेता मूकदर्शक बनकर देखते रहते हैं। अब ऐसे में देखना ये खास होगा कि उत्तराखंड पुत्र पुष्कर सिंह धामी क्या उत्तराखंड भूमि को वापस ग्रामसभा में दर्ज करवाकर दोषियों के खिलाफ़ सख्त कार्रवाही कर पाते हैं या फिर अन्य मामलों की तरह यह मामला भी ठण्डे बस्ते में चला जाता है।