उत्तराखण्डः डरा रहे मौसम के तल्ख तेवर! केदारघाटी में आफत की बारिश ने मचाई तबाही, नदी-नाले उफनाए, बागेश्वर में भी झमाझम बारिश

Uttarakhand: The harsh attitude of the weather is frightening! The catastrophic rain caused havoc in Kedar Valley, rivers and streams overflowed, heavy rain in Bageshwar too

रुद्रप्रयाग/बागेश्वर। उत्तराखण्ड में मौसम के तल्ख तेवर डरा रहे हैं। इस दौरान कई जगहों पर झमाझम बारिश हो रही है, जिसके चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आ रहा है। केदारघाटी में कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई और कुछ जगहों पर ओले भी बरसे। दोपहर बाद हुई तेज बारिश के चलते जहां केदारनाथ हाईवे बांसबाड़ा में बंद हो गया, वहीं कुसुमगाड़-भीरी गदेरा भी उफान पर आ गया। गदेरे के उफान पर आने से अफरा-तफरा का माहौल बन गया। लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इस दौरान लोगों की चिल्लाने की आवाज भी सुनाई दी। मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे के बांसबाड़ा में पहाड़ी से भारी मलबा के साथ पत्थर भी गिर गए, जिस कारण हाईवे बंद हो गया। हाईवे के बंद होने से राजमार्ग के दोनों ओर लम्बा जाम लग गया। लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। राजमार्ग को खोलने को लेकर एनएच विभाग की मशीने जुटी हुई हैं। इसके साथ ही केदारघाटी में मूसलाधार बारिश के चलते कुसुमगाड़-भीरी गदेरा उफान पर आ गया। गदेरे के उफान पर आने के चलते लोगों में अफरा-तफरी का माहौल भी बन गया। लोगों के चिखने चिल्लाने के बाद लोग अपने घरों से भागे। वहीं दूसरी ओर रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में तेज बारिश के कारण नालियां चोक हो गई, जिससे नालियों का गंदा पानी सड़क में आ गया। सड़क में जलभराव की स्थिति के साथ ही नालियों का गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया। आफत की बारिश से जहां लोगों को गर्मी से निजात मिली, वहीं नुकसान भी देखने को मिला।

इधर बागेश्वर में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई। जनपद में मौसम बदला और तेज बारिश व ओलावृष्टि हुई, जिससे जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली। वहीं दूसरी ओर जंगलों में लगी भीषण आग भी बुझ गयी है। अचानक हुए मौसम के बदलाव की वजह से लोगों को गर्मी से राहत मिलने के साथ साथ काश्तकारों के लिए ओलावृष्टि से नुकसान भी हुआ हैं। क्योंकि फलों में अभी फूल से फल आने की तैयारी थी, ऐसे में ओले पड़ने से फलों को भारी नुकसान की आशंका बन गयी हैं। इस समय गेहूं की फसल पकने को हैं, ओले पड़ने से फसलों को भी नुकसान हो रहा हैं।