भाजपा नेता समेत तीन लोगों पर करोड़ों की जमीन घोटाले का आरोप,एनआरआई जुड़ा है मामला 

Three people including a BJP leader accused of land scam worth crores, NRI involved in the case

नैनीताल के रामनगर में एक रिटायर्ड कर्नल ने भाजपा नेता और उसके साथी पर उसके रिश्तेदार की करोड़ों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। कर्नल का आरोप है कि दोनों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए एक एनआरआई परिवार की करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा किया और करोड़ों रुपये का फ्रॉड किया है। रविवार को रामनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रिटायर्ड कर्नल बीएस लांबा ने भाजपा नेता राजेश पाल और चंद्रशेखर मौर्य उर्फ चंदन को भूमाफिया बताते हुए आरोप लगाया कि दोनों चंद्रपुर तिवारी, पिरूमदारा क्षेत्र में लोगों की जमीनों के फर्जी कागजात तैयार कर करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। कर्नल लांबा ने बताया कि उनके परिवार के एक सदस्य बलबीर सिंह पुत्र चनन सिंह विदेश में रहते हैं। उनकी पिरूमदारा में करोड़ों की जमीन है। रिटायर्ड कर्नल ने आरोप लगाया कि राजेश पाल और चंद्रशेखर मौर्य ने एक अन्य व्यक्ति जिसका नाम बलबीर सिंह पुत्र केसरी सिंह को लालच देकर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार करवाकर उनके एनआरआई रिश्तेदार की जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर बेचनी शुरू दी।  इसके लिए उन्होंने अपने साथी बलबीर सिंह के पिता का नाम केसरी सिंह से बदलकर चनन सिंह कर दिया। रिटायर्ड कर्नल बलराज सिंह लांबा ने बताया भाजपा नेता का साथी बलबीर सिंह एक मजदूर है। दोनों से उसे पैसों का लालच देकर उसके फर्जी प्रमाणपत्र तैयार किए और उसे चनन सिंह का बेटा दिखा दिया।  रिटायर्ड कर्नल ने कहा कि ये जमीन हमारे परिवार की है। इस संबंध में चकबंदी न्यायालय और सिविल कोर्ट में मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि एसडीएम ठाकुरद्वारा को शिकायत पत्र सौंपा है। जिसके बाद जांच की जिम्मेदारी नायब तहसीलदार आदित्य मौर्य को दी गई है। लेखपाल की रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि प्रमाण पत्रों में पिता के नाम में बदलाव किया गया है। 

वहीं इस मामले में रामनगर एसडीएम राहुल शाह ने फोन पर बात करते हुए बताया कि क्षेत्र में लैंडफ्रॉड के किसी तरीके के मामलों को बख्शा नहीं जाएगा।  उन्होंने कहा कि उनके द्वारा भी इस तरीके के मामलों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं रिटायर्ड कर्नल बलराज सिंह लांबा द्वारा लगाए गए आरोपों पर भाजपा नेता राजेश पाल ने कहा कि आरोप पूरी तरह निराधार हैं।  उनके खिलाफ आज तक चौकी, कोतवाली और न्यायालय में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। उसने कहा कि, मैं एक साफ-सुथरी छवि का व्यक्ति हूं। मैंने 10 वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सेवा दी है और वर्तमान में भाजपा युवा मोर्चा का ग्रामीण मंडल अध्यक्ष हूं। उन्होंने कहा कि, रिटायर्ड कर्नल कुछ लोगों के इशारों पर उनके राजनीतिक जीवन को नुकसान पहुंचाने की मंशा से काम कर रहे हैं।  चूंकि पंचायती चुनाव नजदीक हैं। इसलिए एक साजिश के तहत मेरे नाम को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, अगर उनके पास मेरे खिलाफ कोई पुख्ता सबूत हैं तो वे माननीय न्यायालय में प्रस्तुत करें और विधिवत कार्रवाई करवाएं।