इस चोर ने तो ‘इमोशनल’ ही कर दिया! चोरी करने के बाद दुकान पर लेटर छोड़ गया शख्स! बोला- मैं बहुत मजबूरी में ये सब कर रहा हूं, कहानी पढ़कर पुलिस भी हैरान

This thief made everyone emotional! After stealing, the man left a letter at the shop! He said- I am doing all this under compulsion, even the police were shocked after reading the story

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। यहां खरगोन जिले में चोरी की एक अनोखी घटना देखने को मिली। दरअसल बीते दिनों एक चोर ने यहां मुख्यालय से ढाई लाख रुपए की चोरी की और टाइप किए हुए लेटर में माफीनामा छोड़कर चला गया। इस लेटर में उसने चोरी करने को मजबूरी बताते हुए माफी भी मांगी है। ये लैटर सामने आने के बाद हर कोई मजाकिया अंदाज में चोरी करने वाले शख्स को ईमानदार बता रहा है और इसकी हर तरफ चर्चा चल रही है। खरगोन कोतवाली पुलिस सूत्रों के अनुसार रामनवमी के दिन जमींदार मोहल्ले के दुकानदार जूज़र अली के दुकान का शटर तोड़कर बैग में रखे करीब ढाई लाख रुपए चोरी हो गए। दुकानदार ने सुबह जब दुकान खोला तब घटना का पता चला। उसने पुलिस को सूचना दी। दुकानदार ने पुलिस को बताया कि उसके बैग में करीब 2.84 लाख रुपए रखे थे, लेकिन जब उन्होंने दुकान खोली तो उसमें से 38 हजार रु ही मिले। बैग में कंप्यूटर से टाइप किया हुआ एक माफीनामा लेटर भी मिला है। 

चोर द्वारा लिखा गया इमोशनल पत्र

चोर ने लिखा है, "सबसे पहले तो जूज़र भाई मैं आपसे माफी मांगता हूं, क्योंकि मैं आपकी दुकान से पैसे चुरा रहा हूं। मैं आपके मोहल्ले का ही हूं। मुझे पैसों की सख्त जरूरत है। बहुत कर्जा है मेरे ऊपर, मैं आपके पैसे वापस लौटा दूंगा, पर मुझे थोड़ा समय लगेगा। मैंने आपको तीन-चार दिन पहले आपकी दुकान पर पैसे गिनते देखा था। तब से आपको देख रहा हूं। पैसे लेने वाले लोग मेरे घर आ रहे हैं, इसलिए न चाहते हुए भी आपकी दुकान से पैसे चुरा रहा हूं। अगर मैंने पैसे नहीं चुराए तो मुझे जेल हो जाएगी, इसलिए मैं रात में आपकी दुकान की पीछे वाली शटर के ऊपर के पैसे ले रहा हूं और मुझे जितना कर्ज चुकाना है, उतने ही पैसे ले रहा हूं, बाकी कोई भी सामान को कुछ नहीं करूंगा। मैं आपसे वादा करता हूं कि 6 महीने में आपके पैसे लौटा दूंगा और सामने भी आ जाऊंगा। तब तक के लिए मैं आपसे और आपके बेटे दोनों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। मैं रामनवमी के दिन चोरी कर रहा हूं। मेरा चोरी का कोई इरादा नहीं था। मैं बहुत मजबूर हूं। आप चाहो तो 6 महीने बाद आप मुझे पुलिस को दे देना, पर मेरा अभी पैसे चुराना बहुत जरूरी है। मैंने आपको सारी बातें सच-सच बता दी हैं। अभी मैं सामने नहीं आ पाऊंगा। आप मुझे अच्छे से जानते हो। बस मैं इतना ही कहूंगा जब मैं आपके पैसे वापस कर दूंगा तब आप जो सजा दोगे, वो मुझे मंजूर होगी।''