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ये तो हद ही हो गईः पिता मौलवी और बेटा मंदिर का पुजारी बनकर उड़ा रहा था मौज! खुद को ‘कृष्ण’ बताने वाला निकला ‘कासिम’, हाथ देख बताता था भविष्य

This is too much: Father was having fun by becoming a Maulvi and son was having fun by becoming a temple priest! The person who claimed to be 'Krishna' turned out to be 'Qasim', he used to predict th

मेरठ। यूपी के मेरठ से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल, यहां एक मंदिर में मुस्लिम शख्स हिन्दू बनकर पूजा-पाठ कर रहा था। जब लोगों को इस बात की भनक लगी तो वह आक्रोशित हो उठे और उसे पुलिस को सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में लंबे समय से पुजारी नहीं थे। एक साल पहले एक युवक गांव में पहुंचा और खुद को कृष्ण पुत्र संतोष, निवासी दिल्ली बताकर मंदिर में रहने की अनुमति मांगी। ग्रामीणों ने युवक को अनुमति दे दी। कृष्ण के रूप में पहचाने गए इस युवक ने मंदिर में रहकर न केवल पूजा-पाठ शुरू किया, बल्कि स्थानीय ग्रामीणों का विश्वास भी धीरे-धीरे हासिल कर लिया। वह सुबह-शाम पूजा, प्रसाद वितरण, हवन जैसे धार्मिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाता था। इसके अलावा वह हस्तरेखा और ज्योतिष से जुड़ी बातें भी करने लगा, जिससे ग्रामीण उसे धर्मगुरु की तरह मानने लगे।

कुछ समय बाद गांव के कुछ लोगों को उसकी भाषा, व्यवहार और व्यक्तित्व में कुछ अलग नजर आया। जब उससे उसके पहचान पत्र की मांग की गई तो वह टालमटोल करने लगा और आधार कार्ड लाने के बहाने 15 दिन के लिए गायब हो गया। इससे ग्रामीणों का शक गहरा गया। कई दिनों बाद वह पुनः मंदिर में आकर रहने लगा। इसके कुछ दिन बाद, जब मंदिर में भंडारे का आयोजन किया गया, वह वहां भी पहुंचा और मंदिर के एक कमरे से कुछ सामान निकालने लगा। इसी दौरान वहां मौजूद कुछ ग्रामीणों ने उसे रोक लिया और पूछताछ शुरू की। बात बढ़ते-बढ़ते इतनी गंभीर हो गई कि कुछ लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को बुला लिया। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक से सख्ती से पूछताछ की। शुरुआती पूछताछ में उसने अपना नाम मोहम्मद कासिम बताया और स्वीकार किया कि वह मूलतः बिहार का रहने वाला है। यही नहीं उसने यह भी स्वीकारा कि उसके पिता का नाम अब्बास है जो कि बिहार में मौलवी हैं। पुलिस के मुताबिक कासिम कई महीनों से मंदिर में रह रहा था और दान-पुण्य की राशि को भी अपने व्यक्तिगत उपयोग में ला रहा था।