चोरी और सीनाजोरीः छह लोगों को कार से कुचलने वाला चालक वादे से मुकरा! पैसे के अभाव में इलाज के लिए लाचार हुआ आईसीयू में भर्ती रमेश, तो क्या पद-प्रतिष्ठा से दबाई जा रही गरीब की आवाज?
टनकपुर। विगत छह अक्टूबर को सड़क हादसे में बुरी तरह जख्मी हुए पचकरिया, बनबसा निवासी रमेश राम बरेली के राममूर्ति अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं। घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के चलते जहां उन्हें इलाज कराने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रमेश राम को कुचलने वाला कार चालक अब अपने वादे से मुकर गया है। पीड़ित रमेश राम की पत्नी विमला देवी के अनुसार हादसे के वक्त उक्त कार चालक द्वारा भीड़ के सामने इलाज का पूरा खर्च वहन करने का वादा किया था, लेकिन थाने में 39 हजार रूपए देकर अब वह पैसे देने से मुकर रहा है। विमला देवी का कहना है कि उनके घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है, और आईसीयू में भर्ती रमेश राम के इलाज का एक दिन का खर्चा 20 से 25 हजार रूपए आ रहा है, जबकि कार स्वामी द्वारा सिर्फ 39 हजार ही उन्हें दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार विगत छह अक्टूबर को टनकपुर की ओर से आ रही स्वीफ्ट कार संख्या यूके 06 बीडी 5054 ने स्ट्रांग फार्म गेट बनबसा में अनियंत्रित होकर छह लोगों को कुचल दिया था। इस दौरान कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि पचपकरिया, बनबसा निवासी रमेश राम बुरी तरह जख्मी हो गया, जिसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया और अब उसका इलाज बरेली के राममूर्ति अस्पताल में चल रहा है। हादसे का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें कार की रफ्तार से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भीषण होगा। एक और वीडियो भी मीडिया को उपलब्ध कराया गया है, जिसमें पीड़ित रमेश राम बुरी तरह चोटिल हुए हैं और उनके सिर से खून बह रहा है।
पहले कुचला, फिर वादा किया और अब मुकर रहा कार चालक
पीड़ित रमेश राम की पत्नी बिमला देवी के द्वारा अज्ञात कार चालक के खिलाफ तहरीर दी गयी थी जिस पर बनबसा पुलिस ने जांच कर पाया कि कार गिरीश गहतोड़ी चला रहे थे जिसके बाद पुलिस द्वारा गिरीश गहतोड़ी का मेडिकल कराया गया और संबंधित के खिलाफ 41 ए की कार्यवाही की गई। पुलिस का कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उक्त कार को ग्राम विकास अधिकारी गंगोलीहाट गिरीश गहतोड़ी चला रहे थे। फिलहाल इस पर विवेचना जारी है।
बिमला का कहना है कि हादसे के बाद गिरीश गहतोड़ी ने इलाज का पूरा खर्चा उठाने का वादा किया था और थाने पहुंचकर उन्होंने पीड़ित रमेश के परिजनों को सिर्फ 39 हजार रूपए ही दिए। बिमला के अनुसार अब उक्त कार चालक गिरीश गहतोड़ी इलाज के लिए पैसे देने से इंकार कर रहे हैं। बिमला के अनुसार गिरीश गहतोड़ी का कहना है कि जब कार के इंश्योरेंस के पैसे आयेंगे तब देंगे। बिमला का कहना यह भी है कि उनका परिवार बेहद गरीब है और उनके पास इतना पैसा नहीं है कि एक दिन भी रमेश राम का इलाज करा सकें।
सवालः आखिर कैसे होगा पीड़ित रमेश का इलाज
अब यहां बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर गरीबों को सड़क पर कुचलने वाला अपने वादे से ऐसे कैसे पलट सकता है। रमेश राम जो एक प्राईवेट स्कूल के बस में हेल्परी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था, उसके परिवार और उसका क्या होगा? कैसे उसके परिजन उसका इलाज करायेंगे। बिमला देवी के अनुसार जिस प्रकार कार स्वामी अपनी बातों से पलट रहा है ऐसे में पीड़ित पक्ष जाएं तो कहां जाए। क्या कार चालक अपनी अच्छी आर्थिक स्थिति के बल पर एक गरीब की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। सवाल कई हैं और जवाब कुछ भी नहीं।
मदद के लिए आगे आए समाजसेवी, चंदा जमा कर जुटाए पैसे
पीड़ित रमेश राम और उसके परिजनों की मदद के लिए कुछ समाजसेवी और युवा आगे आए हैं, जो लगातार सोशल मीडिया के जरिए पीड़ित के इलाज के लिए चंदा इक्ट्ठा कर रहे हैं। नाम उजागर न करने की शर्त पर एक समाजसेवी ने आवाज 24X7 को बताया कि वे और उनके अन्य साथी पीड़ित की मदद के लिए लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं और अबतक कुछ पैसा उन्होंने लोगों की मदद से जुटाया है, जिसके बाद पीड़ित रमेश राम को आईसीयू में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि रमेश राम की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है और समय पर इलाज नहीं मिला तो उनके साथ अनहोनी हो सकती है। उन्होंने लोगों से पीड़ित की मदद को आगे आने की अपील की है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
इस मामले में बनबसा थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह जग्वाण ने आवाज 24X7 को बताया कि कार चालक गिरीश गहतोड़ी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और 41 ए का नोटिस दिया गया है और इस मामले में एक स्पेशल जांच रिपोर्ट जिला जज को भेज दी गयी है। मामले की जांच एसआई अरविन्द कुमार को सौंपी गयी है और पुलिस इस पूरे मामले में निष्पक्षता से जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार कार चालक को एक नोटिस भी भेजा गया है और जांच पूरी होने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।