तथाकथित चोर ने पूर्व सुरक्षा अधिकारी पर दर्ज करवाई एनसीआर! पंत विवि में मुर्गा बनाकर पीटने का था मामला

पंतनगर। पंतनगर यूनिवर्सिटी परिसर में युवक को मुर्गा बनाकर डंडे से पीटने के मामले में पुलिस ने पीड़ित की तहरीर के आधार पर एनसीआर के तहत तत्कालीन सुरक्षा अधिकारी डॉ. जीएस बोहरा पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। हांलाकि पंत विवि के पूर्व सुरक्षा अधिकारी डॉ. बोहरा ने तहरीर पर सवाल उठाए हैं और षड़यंत्र के तहत उन्हें फंसाए जाने की बात कही है।
बता दें कि नगला वार्ड तीन निवासी पवन शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि 23 जनवरी की दोपहर को वह शैक्षणिक डेरी फार्म में था। वहां सुरक्षा विभाग की गाड़ी घूम रही थी, तभी सुरक्षा कर्मियों ने जबरन उसे उठा लिया। कारण पूछने पर कर्मियों ने बताया कि उसे सुरक्षा अधिकारी गोविंद सिंह बोहरा ने बुलाया है। आरोप है कि सुरक्षा अधिकारी ने कार्यालय में आते ही उसे गाली देना शुरू कर दिया और विवि परिसर में हुई चोरियों में शामिल होने का आरोप लगाया। मना करने पर सुरक्षा अधिकारी बोहरा ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ मारपीट की गयी। यही नहीं पवन का आरोप है कि मैदान में मुर्गा बनाकर डंडे से पिटाई की गई और एक सादे पेपर पर उससे कुछ लिखवा भी लिया गया, जो उसे याद नहीं है।
बता दें कि अभी हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें पंतनगर विवि के तत्कालीन सुरक्षा अधिकारी डॉ. जीएस बोहरा तथाकथित चोर को मुर्गा बनाकर उसके साथ मारपीट करते देखे गए थे। यह वीडियो खासा वायरल हुआ था और मामले को लेकर तमाम सवाल उठे थे। जिसके बाद पंत विवि प्रशासन ने डॉ. बोहरा को सुरक्षा अधिकारी पद से हटा दिया था। वहीं इस मामले में तथाकथित चोर द्वारा पुलिस को तहरीर सौंपी गयी थी।
अब मामला दर्ज होने के बाद डॉ. जीएस बोहरा ने तहरीर में लिखी बातों पर सवाल उठाए हैं। डॉ. बोहरा के मुताबिक तहरीर में जिक्र किया गया है कि 23 जनवरी को पवन शर्मा शैक्षणिक फार्म में था, जबकि ऐसा नहीं है। उनका कहना है कि 23 जनवरी को पवन शर्मा पंत विवि परिसर से पकड़ा गया था और सुरक्षाकर्मी उसे चोरी के आरोप में उनके पास लाए थे। उनका कहना है कि पंत विवि परिसर में लगातार चोरियों की घटनाएं सामने आ रही थीं और सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बताया था कि उक्त पवन शर्मा चोरी की नीयत से एक घर में घुस गया था, जिसका एक वीडियो साक्ष्य के तौर पर डॉ. जीएस बोहरा ने मीडिया को उपलब्ध कराया है। वीडियो में तथाकथित चोर अपना गुनाह कबूलने के साथ ही विवि परिसर के आवास में जबरन घुसने की बात भी कबूल रहा है। डॉ. बोहरा का कहना है तब तथाकथित चोर ने अपना गुनाह कबूल किया था। तब उन्होंने उससे सख्ती से पूछताछ की थी और भविष्य में वह ऐसा न करे इसके लिए उसे सबक सिखाने के लिए मुर्गा बनाया गया और कुछ देर बाद छोड़ दिया था, जिसका साक्ष्य भी उन्होंने मीडिया को उपलब्ध करवाया है।
उनका कहना है कि यह प्रकरण दो माह पहले का था, लेकिन षड़यंत्र के तहत इसे दो माह बाद वायरल किया गया। डॉ. बोहरा के मुताबिक विवि परिसर में आए दिन असामाजिक तत्व घूमते रहते हैं, ऐसे में उनके द्वारा सख्ती बरती जा रही थी, जो कुछ लोगों को पसंद नहीं था और इन्हीं लोगों ने षड़यंत्र के तहत ये सब किया। वहीं पंतनगर यूनिवर्सिटी के कुछ सुरक्षाकर्मियों और स्थानीय लोगों का भी कहना है कि डॉ. गोविंद सिंह बोहरा के कार्यकाल में यूनिवर्सिटी में चोरियां, अनियंत्रित ट्रैफिक और बिना जांच पड़ताल के एंट्री पर बैन लग गया था जो कुछ लोगों को मजूर नहीं था, इसलिए डॉ. बोहरा को षड़यंत्र के तहत सुरक्षा अधिकारी के पद से हटवाया गया और अब उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।