बाघ का आतंकः रामनगर में अब बुजुर्ग को बनाया निवाला! अबतक तीन लोगों को बनाया शिकार, दहशत में ग्रामीण

रामनगर। उत्तराखण्ड में जंगली जानवरों का आतंक लगातार जारी है। अब रामनगर में लापता बुजुर्ग को बाघ ने अपना निवाला बनाया है, जिससे ग्रामीण खासे दहशत में हैं। बता दें कि विगत दो दिनों में जहां हाथी के हमले में तीन लोगों की जान चली गयी, वहीं रामनगर में एक के बाद एक लगातार तीन लोगों को बाघ ने अपना शिकार बना लिया।
जानकारी के मुताबिक वन प्रभाग के अंतर्गत पड़ने वाले देचौरी क्षेत्र के क्यारी गांव में जंगल घास लेने गया बुजुर्ग व्यक्ति लापता हो गया था। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने बुजुर्ग की तलाश में सर्च अभियान चलाया था। आज बुजर्ग का जंगल में क्षत विक्षत शव बरामद हुआ।
बता दें कि रामनगर वनप्रभाग के देचौरी रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले क्यारी गांव के बुजुर्ग भुवन चंद्र बेलवाल गुरूवार दोपहर से जंगल से गायब हो गए थे, जिसके बाद लगातार उनकी तलाश की जा रही थी। देर रात तक यह सर्च अभियान चला, वहीं रात ज्यादा होने के बाद आज फिर सर्च अभियान चलाया गया। आज शुक्रवार को उनका क्षत विक्षत शव जंगल के स्टार्टिंग पॉइंट से करीब 8 किलोमीटर अंदर बरामद हुआ। शव मिलने की सूचना पर वन विभाग के साथ ही प्रशासन की टीम डीएफओ दिगंथ नायक, एसडीएम राहुल शाह, तहसीलदार कुलदीप पांडे और रेंजर ललित जोशी सहित वन और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना के बाद वन विभाग द्वारा लोगों से जंगल में अकेले ना जाने की अपील करते हुए फिलहाल जंगल जाने के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। डीएफओ दिगंथ नायक ने कहा कि यहां कई बाघ हैं ऐसे में हमलावर बाघ को पकड़ने से पहले उसकी पहचान की जानी जरुरी हैं। सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल जंगल में एक माह के लिए प्रवेश पर रोक रहेगी।
बता दें कि क्षेत्र में वन्यजीवों के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते दिन रामनगर वन प्रभाग के ओखलाढुंगा क्षेत्र में लकड़ी लेने गयी महिला शांति देवी को बाघ ने अपना निवाला बनाया था। वहीं दूसरी घटना बीते सायं कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज के अंतर्गत पड़ने वाले नेपाली बस्ती की है, जहां 38 वर्षीय प्रेम को बाघ ने अपना निवाला बनाया। जबकि तीसरी घटना भी कल की है जहां भुवन चंद्र बेलवाल उम्र 58 वर्ष जंगल मे घास लेने गए थे जो कल से लापता थे, जिनको ढूंढने के लिए सर्च अभियान लगातार जारी था और उनका शव आज बरामद कर लिया गया है।