सवाल तो उठेंगेः तो क्या भाजपाईयों को मिला है ‘संस्कृति’ और ‘परंपराओं’ से खिलवाड़ करने का लाइसेंस! केदारनाथ धाम में स्थापना दिवस मनाने का मामला, केदार सभा के कार्यकारिणी सदस्य ने जताई नाराजगी

Questions will arise: So have the BJP members got a license to play with 'culture' and 'traditions'! The matter of celebrating the foundation day in Kedarnath Dham, the executive member of Kedar Sabh

देहरादून। यूं तो राजनीतिक पार्टियों पर आरोप-प्रत्यारोप लगना आम बात है, लेकिन जब बात संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी हो तो सवाल उठने लाजिमी हैं।  दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने बीती 6 अप्रैल को उत्तराखंड में पार्टी का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस दौरान प्रदेशभर में बीजेपी ने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया था। इस बीच खबर आ रही है कि कुछ कार्यकर्ता इस मौके पर केदारनाथ धाम पहुंच गए, जहां उन्होंने बीजेपी का स्थापना दिवस मनाया। जबकि केदारनाथ धाम के कपाट फिलहाल बंद हैं। ऐसे में वहां पर किसी भी आम श्रद्धालु को जाने की अनुमति नहीं है। ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि क्या भाजपाईयों को यहां की संस्कृति और परंपराओं से खिलवाड़ करने का लाइसेंस मिला है। उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के उपाध्यक्ष और केदार सभा के कार्यकारिणी सदस्य संतोष त्रिवेदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं के केदारनाथ धाम में पार्टी का स्थापना दिवस मनाने पर नाराजगी जताई है। वहीं जब मामले को लेकर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान से पूछा गया कि क्या भाजपा का स्थापना दिवस मनाये जाने के साथ हिन्दू संस्कृति और धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उचित था तो इसपर उन्होंने कहा कि इस बारे में उनको जानकारी नहीं है, लेकिन ऐसा मामला संज्ञान में आते ही इस पर पार्टी स्तर से कार्यवाही की जाएगी।