नैनीतालः कवयित्री महादेवी वर्मा का रामगढ से रहा है अटूट नाता! 118वें जन्मदिन पर मीरा कुटीर में जुटे साहित्यकार, याद किए उनके ऐतिहासिक कार्य

नैनीताल। कवयित्री महादेवी वर्मा का नैनीताल के रामगढ से अटूट नाता रहा है। महादेवी रामगढ में न सिर्फ आकर रहीं, बल्कि उन्होंने यहां एक मकान भी बनवाया। इतना ही नहीं महादेवी वर्मा ने दीपशिखा नामक काव्य की रचना रामगढ में की थी। कुमाऊं विश्वविद्यालय ने उनके घर पर सृजन पीठ की स्थापना की। उनके 118वें जन्मदिन के मौके पर उनके घर मीरा कुटीर में साहित्यकार जुटे हैं। रामगढ़ में महादेवी के घर मीरा कुटीर में देश भर के साहित्यकार उनके जन्मदिन के मौके पर पहुंचे हैं। इस दौरान महादेवी के रामगढ़ में साहित्य सृजन की जानकारी युवा शोधार्थियों को दी गयी तो उनके रामगढ़ में किये गए कार्यों को भी बताया गया। इस दौरान कवयित्री महादेवी वर्मा के जीवन चक्र को बताया गया गया। हालांकि विज्ञान साहित्य से जुड़े साहित्यकारों ने कहा कि साहित्यकारों में कमी जरूर आ रही है। वहीं महादेवी सर्जन पीठ साहित्य को बढ़ाने का काम कर रहा है। रामगढ़ के इसी घर में महादेवी वर्मा आकर रहीं तो इसी घर में काव्यपाठ किया। वहीं यहां रहकर महादेवी ने बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाया, उनको आत्मनिर्भर बनाया। यहां आज भी महादेवी से जुड़ी वस्तुओं को संजोकर रखा गया है। हालांकि कई साहित्यकारों की रही कर्मभूमि को युवा साहित्यकार तीर्थ जैसा मान रहे हैं।