सरोवर नगरी नैनीताल के मेधावी छात्र गर्वित कांडपाल ने जेईई मेंस पेपर 2 स्तर 1 बी आर्क की परीक्षा 99.7% से उत्तीर्ण कर न सिर्फ अपने परिजनों बल्कि पूरे नैनीताल का नाम रौशन किया है। उन्होंने अपनी लगन और दृढ़ इच्छाशक्ति से इतना अच्छा स्कोर किया है। गर्वित नैनीताल में मल्लीताल के चार्टन लॉज में अपने माता पिता के साथ रहते है जबकि वर्तमान में गर्वित दिल्ली में अन्य परीक्षाओं की भी तैयारी कर रहे है। उनके पिता तरुण कांडपाल की बाजार में सरस्वती साड़ीज नाम से एक दुकान है तो वही उनकी माता निम्मी कांडपाल एक गृहणी है। गर्वित पढ़ाई लिखाई में हमेशा अव्वल रहे हैं।
आपको बता दें कि जेईई मेन में दो पेपर होते हैं, Paper 1 और Paper 2. पेपर 1 (B.E/B/Tech) के लिए 3 घंटे का मय मिलता है. PwD कैंडिडटे्स के लिए चार घंटे का वक्त मिलता है. जेईई मेन देने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है. लेकिन इसे कितनी बार दे सकते हैं, इसके लिए सीमित मौका है. उम्मीदवार लगातार तीन सालों तक जेईई मेन के लिए उपस्थित हो सकते हैं.
जेईई मेन परीक्षा का पूरा नाम Joint Entrance Examination (JEE) Main है. जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस परीक्षा भी होती है, ये देश के बड़े एंट्रेंस एग्जाम्स में शुमार है. इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने वाले जेईई मेन देते हैं. ये कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होगा. पास करने वालो को एनआईटी में दाखिला मिलता हैं. आईआईटी में एडमिशन के लिए जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस परीक्षा भी पास करनी होती है. जेईई मेन (JEE Mains) परीक्षा में सफल होने वाले टॉप 2.50 लाख कैंडिडेट्स जेईई एडवांस्ड परीक्षा (JEE Advanced Exam) देते हैं. दोनों परीक्षाओं में पास होने वाले कैंडिडेट्स को आईआईटी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन (IIT Admission) में दाखिला मिलता है।
किस सब्जेक्ट में दाखिले के लिए क्या क्वालीफाई करना जरूरी?
-12वीं पास या बोर्ड परीक्षा 2023 में शामिल होने वाले जेईई मेन 2023 के लिए आवेदन कर सकते हैं.-B.E/B,Tech में उपस्थित होने वालो को फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स या (केमिस्ट्री, बायोटेक्वोलॉजी, टेक्निकल वोकेशनल सब्जेक्टस्) के एग्जाम में क्वलीफाई करना होता है.– B.Arch में उपस्थित होने वालो को Mathematics, Physics और Chemistry के एग्जाम में क्वलीफाई करना होता है.– B.Planमें उपस्थित होने वालो को Mathematics के एग्जाम में क्वलीफाई करना होता है। वही इस बार की परीक्षा में
मैथ्स में स्टैटिस्टिक्स को ऐड और ट्राएंगल सॉल्यूशन को हटाया है.फिजिक्स के सिलेबस से सेमीकंडक्टर्स और कम्युनिकेशन चैप्टर्स को हटाकर फोर्स्ड एंड डैंप्ड ऑस्किलेशन (Forced & Damped Oscillation), ईएम वेव्स और पोलराइजेशन को जोड़ा गया था।