आस्था: शीतकाल के लिए बंद हुए केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट! हर-हर महादेव के जयकारे गूंजे, हजारों श्रद्धालु बने साक्षी

Faith: The doors of Kedarnath and Yamunotri Dham closed for winter! Chants of Har Har Mahadev echoed, thousands of devotees witnessed

देहरादून। आज भाई दूज के मौके पर रविवार को केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान केदारनाथ धाम में 18644 श्रद्धालु इस पावन पल के साक्षी बने। कपाट बंद होने पर सेना की बैंड धुनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे। हर किसी की जुबां से हर हर महादेव के जयकारे सुनाई दिए। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट विशेष पूजा अर्चना के बाद पूर्व निर्धारित समयानुसार 12 बजकर पांच मिनट पर पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। अब छह महीने शीतकाल में मां यमुना के दर्शन व पूजा अर्चना शीतकालीन प्रवास स्थल खरसाली गांव में किए जाएंगे। 
इधर केदारनाथ धाम में कपाट बंद होने के बाद सेना की बैंड धुनों के साथ बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर दिया है। सोमवार को डोली रामपुर से रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी और मंगलवार को गुप्तकाशी से पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। जहां पर सभी धार्मिक मान्यताओं के निर्वहन के साथ बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली को छह माह की पूजा के लिए मंदिर में विराजमान किया जाएगा। बता दें कि इस बार 1652076 श्रद्धालु धाम पहुंचे। जबकि 2023 में 19 लाख, 2022 में 15 लाख 63 हजार और 2019 में 10 लाख तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे।