बिहार: 10वीं बार मुख्यमंत्री बने नीतीश! पांच-पांच नेताओं को एकसाथ दिलाई गई शपथ
पटना। बिहार की राजनीति में आज का दिन ऐतिहासिक बन गया, जब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेता नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 202 सीटों का जनसमर्थन मिला था, जिसके बाद आज राजधानी पटना स्थित गांधी मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों, एनडीए के वरिष्ठ नेताओं और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और बेहद खास बना दिया। शपथ ग्रहण के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने पारंपरिक अंदाज़ में गमछा लहराकर जनता का अभिनंदन किया। समारोह के मंच से लेकर आम दर्शकदीर्घा तक उत्साह का माहौल देखने को मिला। शुरुआत में पांच-पांच नेताओं के समूह को एक साथ शपथ दिलाई गई, वहीं अंत में श्रेयसी सिंह समेत छह नेताओं ने एक साथ मंत्री पद की शपथ ली। कुल मिलाकर इस नई सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ 26 मंत्रियों ने शपथ ली। डिप्टी सीएम पद पर एक बार फिर सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को जिम्मेदारी सौंपी गई। सम्राट चौधरी ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के समक्ष मंत्री पद की शपथ लेकर दूसरी बार उपमुख्यमंत्री बनकर एक नई पारी की शुरुआत की। मंच पर मौजूद एनडीए के घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने नए मंत्रिपरिषद के गठन को बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।
मंत्रिपरिषद में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडेय, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, राम कृपाल यादव, संतोष कुमार सुमन और सुनील कुमार सहित कई अनुभवी और युवा चेहरे शामिल हैं। इसके अलावा जमा खान, संजय सिंह ‘टाइगर’, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, सुमित निषाद, लखेंद्र कुमार रोशन, शैलेश कुमार सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अलग-अलग चरणों में सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। गांधी मैदान की सुरक्षा एसपीजी के हवाले रही, जबकि जिला पुलिस बल और अन्य एजेंसियों ने अंदर और बाहर त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। शपथ ग्रहण समारोह में लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख चिराग पासवान भी शामिल हुए। उन्होंने मंच पर मौजूद वरिष्ठ नेताओं से आशीर्वाद लिया। जानकारी के अनुसार उनकी पार्टी तीन मंत्री पद चाहती थी, हालांकि सोमवार को केवल एक मंत्री ने ही शपथ ली, बाकी नियुक्तियां बाद में होने की संभावना है। इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर राज्य की राजनीति में अपने अनुभव और नेतृत्व क्षमता को साबित किया। नई सरकार से बिहार की जनता बड़ी उम्मीदें लगाए बैठी है और आने वाले दिनों में सरकार के फैसलों पर सबकी निगाहें टिकी रहेंगी।