निकाय चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका! विधायक काजी निजामुद्दीन के करीबी का पर्चा खारिज,समर्थकों का हंगामा 

Big setback to Congress in civic elections! Nomination of MLA Qazi Nizamuddin's close aide rejected, supporters create ruckus

हरिद्वार जनपद में मंगलौर नगर पालिका से कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी इस्लाम का नामांकन पत्र खारिज हो गया। नामांकन पत्र खारिज होने के बाद मंगलौर विधायक काजी निजामुद्दीन ने आनन-फानन में प्रेस वार्ता की। उन्होंने मंगलौर के चेयरमैन पद के उम्मीदवार चौधरी इस्लाम और उनके साथ भरे गए दोनों पर्चों को बड़ी साजिश के तहत निरस्त कर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया है। 

काजी निजामुद्दीन ने कहा कि इस दिन को काले दिन के रूप में देखा जाएगा, जब एक ही प्रत्याशी के तीनों पर्चे कैंसिल कर दिए गए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन अधिकारी के फोन की डिटेल निकलवानी भी जरूरी है, ताकि पता चल सके कि इस बीच किन राजनीतिक दलों के नेताओं के फोन उनके पास आए। किनके इशारे पर इस बड़ी साजिश को अंजाम दिया गया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी की यह एक सोची समझी साजिश है, जिसके तहत जिताऊ कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा निरस्त किया गया है। बताते चलें चौधरी इस्लाम पूर्व में भी मंगलौर पालिकाध्यक्ष रह चुके हैं। वो विधायक काजी निजामुद्दीन के करीबी माने जाते हैं। चौधरी इस्लाम का पर्चा खारिज होने के बाद उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और गड़बड़ी का आरोप लगाया।  इधर काजी निजामुद्दीन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि चौधरी इस्लाम पूर्व में उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़कर जीत चुके हैं, जिन दस्तावेजों के आधार पर उनका पर्चा अब खारिज किया गया है। विधायक काजी निजामुद्दीन ने आरोप लगाया कि मंगलौर उपचुनाव की हार का बदला भाजपा सरकार ने चौधरी इस्लाम का पर्चा खारिज कर लिया है। यह लोकतंत्र की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने से भी वह पीछे नहीं हटेंगे। निजामुद्दीन ने सवाल उठाया है कि या तो पूर्व में चौधरी इस्लाम का नामांकन सही ठहराने वाले अधिकारी गलत रहे होंगे या फिर मौजूदा अधिकारी गलत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर भूमि कब्जाने के निराधार आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर किसी भी हद तक संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगी।