बड़ी खबरः जी-20 समिट में शामिल होने पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे विदेशी मेहमान! छोलिया नृत्य के साथ हुआ भव्य स्वागत, चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात

 Big news: Foreign guests arrived at Pantnagar airport to attend the G-20 summit! Grand reception with Cholia dance, police personnel deployed everywhere

पंतनगर। उत्तराखण्ड के रामनगर में आज से शुरू होने जा रहे जी-20 समिट को लेकर विदेशी मेहमानों का पंतनगर एयरपोर्ट पर पहुंचना शुरू हो गया है। उधर समिट में शामिल होने आने वाले विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए पन्तनगर एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार है। बता दें कि विदेशी मेहमान कड़ी सुरक्षा के बीच पन्तनगर एयरपोर्ट से रुद्रपुर पहुंचेंगे, जिसके बाद वह रामनगर जाएंगे। सूत्रों के अनुसार 36 विदेशी और 20 भारतीय सहित कुल 56 मेहमान रामनगर जी-20 समिट में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। आज दोपहर विदेशी मेहमान वैज्ञानिक सलाहकार पन्तनगर एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां उनको उत्तराखंड की ऐपड कला और मां नन्दा सुनंदा चित्र से रूबरू कराया गया, जिसके पश्चात कुमाउंनी छोलिया लोक नृत्य के साथ विदेशी मेहमानों का स्वागत किया गया। इसके बाद लग्जरी बसों के द्वारा पन्तनगर से होटल रेडीसन ब्लू में दोपहर का लंच कराया जायेगा, जिसमे विदेशी पकवानों के साथ-साथ उत्तराखंड के मंडुए की रोटी और भांग की चटनी का स्वाद भी चखा जायेगा। शाम चार बजे तक विदेशी डेलीगेट रामनगर पहुंचेंगे। विदेशी मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से ढिकुली के ताज रिजॉर्ट में की गई है। सोमवार को पंतनगर एयरपोर्ट से लेकर रामनगर ढिकुली तक विदेशी मेहमानों के आगमन का रिहर्सल प्रशासन की ओर से किया गया था।

इन देशों के डेलीगेट होंगे शामिल
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी-20) एक अंतरराष्ट्रीय सरकारी मंच है। इसमें 20 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल होंगे। वही मित्र देश बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात के डेलीगेट भी शामिल होंगे।

विश्व की ये 13 संस्थाएं होंगी शामिल
जी-20 समिट में विश्व की 13 संस्थाएं भी हिस्सा लेंगी। इसमें संयुक्त राष्ट्र (यूएन), अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), विश्व श्रम संगठन (आईएलओ), वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी), एटीडी (एशियाई विकास बैंक), ओईसीडी (ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉरपोरेशन एंड डेवलपमेंट), एयू चेयर (अफ्रीकन यूनियन), नेपाड चेयर (न्यू पाटर्नरशिप फॉर अफ्रीकन डिपार्टमेंट), एशियन चेयर (एसोसिएट ऑफ साउथ एशिया नेशन), आईएसए (इंटरनेशनल सोलर एलायंस), सीडीआरआई (कोलेशन फॉर डिजाइटर रिजलिंट इनफारट्रेक्चर) शामिल हैं।

इन बिंदुओं पर होगी भारत की प्राथमिकताएं
1- 
हरित, विकास, जलवायु वित्त और लाइफ।
2- त्वरित, समावेशी और लचीला विकास।
​​​​​​​3-  एसडीजी (सबस्टेनिबल डवलपमेंट गोल्स) पर प्रगति में तेजी लाना।
​​​​​​​4-  तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना।
​​​​​​​5-  21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान।
​​​​​​​6-  महिलाओं के नेतृत्व में विकास।

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