60 के दशक में बना ये पैदल पुल आज जर्जर

घनसाली विधानसभा के केमर पट्टी के २२-२३ गाँव को जोड़ने वाला भटवाडा-चामा पुल आज जीर्ण शीर्ण -जर्जर हो चूका है.
यह पुल ६० के दशक का बना हुआ है गौर करने वाली बात यह है की ६० की दशक का बना ये पुल आज भी आवाजाही के लिए निरंतर निर्विघ्न कार्य कर रहा है ,
जो सचमुच में बेजोड़ इंजीनियरिंग का एक नमूना है की उस वक़्त के ठेकेदार कितने इम्मंदारी से अपने कार्य करते थे, दूसरी तरफ आज के जमाने के बने पुल दो चार साल में ही ढहने लगते हैं.
पर आज इसकी स्थिति जर्जर हो कर एक बड़ी दुर्घटना को कभी भी अंजाम दे सकता है,
रोजाना इस पुल से कई स्कूली बच्चे - ग्रामीण और अन्य सामग्री का आना जाना होता है केमर घाटी को अपर केमर से जोड़ने वाला एक मात्र पैदल नजदीकी पुल है, अगर यह भी टूट गया तो पलायन की गति और तीव्र हो सकती है.
कई गाँव को जोड़ने वाला यह पैदल पुल बरसात के महीने में कई गाँव के लिए जीवन दायनी बना रहता है ,