"कोरोना" खौफ के बीच नैनीताल में "ग्लैंडर वायरस" ने पैदा किया ख़तरा।

देशभर में कोरोना का खौफ बना हुआ है लोग यहाँ वहां आने जाने में भी कतरा रहे हैं, कोरोना का डर लोगों को सता ही रहा था कि इसी बीच नैनीताल में एक और वायरस ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया।घोड़ों में जिस वायरस की वजह से जानलेवा बीमारी पैदा होती है वो ग्लैंडर  वायरस नैनीताल पहुंच चुका है इस खतरनाक वायरस की वजह से नैनीताल में 4 घोड़ों की मौत हो जाने से आसपास के लोगो मे और ज़्यादा दहशत फैल गई है।

आपको बता दें कि घोड़ो में होने वाली इस बीमारी का खतरा मानव जाति पर भी खासा प्रभाव डालता है,ग्लैंडर वायरस से इंसान प्रभावित न हो इसके लिए पशु पालन विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है, साथ ही नैनीताल के देवता गांव सहित पूरे कुमाऊँ मण्डल में घोड़ो की सैम्पलिंग कर रिपोर्ट राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र हिसार भेजी जा रही है,ताकि ग्लैंडर वायरस की चपेट में इंसान ना आये।विभाग द्वारा ज़्यादा सावधानी बरतने के लिए पशु पालकों के खून की जांच भी करवाई जा रही है।

गौरतलब है कि ग्लैंडर बरखेलडेरिया मेलियाई जीवाणु रहित बीमारी है,जो घोड़ो के बाद इंसानों और स्तनधारी जानवरों में फैलता है,इसे जेनेटिक रोगों की श्रेणी में रखा गया है,इससे नाक,मुंह,से संक्रमण फैलता है जो कि म्यूकस सरफेस और सांस में होता है।ग्लैंडर वायरस के चलते घोड़े खच्चर, और गधों के शरीर पर गांठे बन जाती है और इन्फेक्शन होने के साथ ही उनमें पस जमा हो जाता है जिसकी वजह से जानवर खड़ा भी नही हो पाता,शरीर मे सूजन आ जाती है और जानवर की मौत तक हो जाती है।नैनीताल में घोड़ो में फैल रहे ग्लैंडर वायरस को देखते हुए विभाग द्वारा एडवाइज़री भी जारी कर दी गयी कि फ़िलहाल कोई भी किसी तरह की पशुओं की खरीद फरोख्त ना करे,और सभी पशु पालक मास्क अवश्य पहने।