हल्द्वानी में युवक की मौत मामले में आईटीबीपी पर केस दर्ज

देश की रक्षा में तैनात जवान जहां सर्जिकल स्ट्राइक व बालाकोट जैसे हमलों को अंजाम देकर देश व सेना का मान सम्मान बढ़ा रहे हैं, और आए दिन देश की रक्षा में सीमा पर अपने प्राण भी न्यौछावर कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी और हल्द्वानी के आईटीबीपी सेंटर में हुई युवक की मौत के कारण सेना को भी शर्मसार होना पड़ रहा हैं, जहां कुछ लोगों की वजह से आज देश की रक्षा में तैनात जवानों पर ही हत्या का आरोप लगने लगे हैं।तीन दिन पूर्व हल्द्वानी के आईटीबीपी सेंटर में भर्ती होने आए युवक की मौत मामले में लालकुंआ पुलिस ने आईटीबीपी के खिलाफ हत्या के बाद शव छुपाने की धाराओं में केस दर्ज कर दिया है। देश सेवा का सपना मन में संजोए नानकमत्ता निवासी ओमप्रकाश सक्सेना का बेटा सूरज(24) 15 अगस्त की शाम अपने साथियों के साथ 34वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल कैंप हल्दूचौड़ में भर्ती होने के लिए आया था, 16 अगस्त को सूरज दौड़ में सफल हो गया था।आरोप है कि दौड़ के बाद टोकन जमा करने को लेकर आईटीबीपी के कुछ अधिकारियों से उसका विवाद हो गया था, तब से वह लापता था। सूरज के परिजन उसकी खोज में हल्दूचौड़ पहुंचे और आईटीबीपी पर सूरज को गायब करने का आरोप लगाया, लेकिन पुलिस उन्हें गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी।लेकिन रविवार की शाम पुलिस ने परिजनों को बताया कि सूरज का शव आईटीबीपी परिसर से बरामद हुआ है।
सोमवार को सूरज की हत्या के मामले में परिजनों व ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा, ग्रामीणों ने आईटीबीपी के भर्ती अधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। हल्द्वानी में पोस्टमार्टम के दौरान भी परिजनों ने हंगामा किया, पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों ने भी हत्या की आशंका जताई है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। देर शाम मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हल्द्वानी में आई.टी.बी.पी. भर्ती प्रक्रिया में भर्ती होने आये एक युवक की मृत्यु की मजिस्ट्रीयल जांच हेतु जिलाधिकारी नैनीताल को निर्देश दिये है। जिस पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), नैनीताल को जांच अधिकारी नामित किया गया है।