सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी नही रह सके आशीष की तारीफ किये बिना।

समाज को सही दिशा देने वाला एक शिक्षक ही होता है,आज बहुत कम ही उदहारण ऐसे देखने को मिलते हैं, जब एक अध्यापक की विदाई पर स्कूल के बच्चे ही नहीं बल्कि उनके अभिभावक भी रोने लगें।इन दिनों सोशल मीडिया में उत्तराखंड के ऐसे ही एक शिक्षक आशीष डंगवाल की चर्चाएं खूब हो रही हैं जिसकी विदाई पर समूचा स्कूल और स्कूल में पड़ने वाले सभी विद्यार्थियों के माता पिता भी बिलख कर रो पड़े।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी आशीष से मंत्रमुग्ध हुए बिना नही रह सके सीएम ने अपने आवास पर आशीष को बुला कर न सिर्फ सम्मानित किया बल्कि आशीष की खूब हौसला अफ़जाई भी की।सीएम ने आशीष से मिलकर कहा कि आप जैसे ऊर्जावान शिक्षकों से मिलकर बहुत खुशी होती है,जो तमाम मुश्किलों के बावजूद समाज को नई दिशा दे रहे हैं।


आशीष डंगवाल का ट्रांसफर जैसे ही हुआ उत्तरकाशी के गंगा घाटी में राजकीय इंटर कॉलेज भंकोली में आंसुओ की धाराएं बहनी लगी।आशीष के स्वभाव और उनके पढ़ाने के तरीके से पूरा स्कूल प्रभावित था,ऐसे में आशीष के स्कूल से विदा लेने की खबर सुनते ही स्कूल के बच्चों सहित पूरे स्टाफ और अभिभावक रोने लगे।देखते ही देखते आशीष की विदाई के समय की तस्वीरें मीडिया में वायरल होने लगी, उत्तराखंड के सीएम ने भी खुद सोशल मीडिया में लिखते हुए आशीष डंगवाल की खूब सराहना की।27 वर्षीय श्रीकोट निवासी आशीष पिछले 3 सालों से केलसु घाटा के राजकीय इंटर कॉलेज में सामाजिक विज्ञान के एलटी शिक्षक के पद पर कार्यरत थे,अभी कुछ दिन पहले ही उन्होंने प्रवक्ता पद की परीक्षा उत्तीर्ण की है, जिसके बाद उनका ट्रांसफर टिहरी के राजकीय इंटर कॉलेज गरखेत में हो गया है।