सहायक नगर आयुक्त की दबंगई, बिना बात सुने महिला की फाइल फाड़ी

कोटद्वार में एक महिला ने नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त पर बिना बात सुने फाइल फाड़ने का आरोप लगाया है। महिला अपनी बेटी की कोर्ट में हुई शादी के बाद श्रम विभाग से मिलने वाली आर्थिक सहायता के लिए कुछ डॉक्यूमेंट पर हस्ताक्षर कराने गई थी। उसका आरोप है कि सहायक नगर आयुक्त ने बिना कुछ कहे-सुने डॉक्यूमेंट को फाड़कर कचरे के डब्बे में डाल दिया। कोटद्वार नगर क्षेत्र की बीईएल रोड निवासी सुषमा देवी की बेटी की शादी फरवरी में हुई थी। श्रम विभाग से बेटी की शादी के लिए कुछ आर्थिक सहायता मिलनी थी। महिला लंबे समय से सहायक नगर आयुक्त कोटद्वार कार्यालय के चक्कर काट रही थी।
फाइल में एक साइन कराने के लिए महिला सहायक नगर आयुक्त के कार्यालय गई थी। आरोप है कि सहायक नगर आयुक्त ने मामले की फाइल आगे बढ़ाने के बजाय उसे फाड़कर फेंक दिया। साथ ही सुरक्षाकर्मियों द्वारा उसे बाहर निकलवा दिया। पीड़ित महिला ने फाइल के कुछ टुकड़ों के साथ उपजिलाधिकारी से लिखित शिकायत की। उपजिलाधिकारी कोटद्वार योगेश मेहरा ने तहसीलदार को जांच के आदेश जारी किए और दोनों पक्षों की बात सुनकर रिपोर्ट मांगी है।